Iran aviation crisis: अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण बर्बाद हो रही है ईरान की एयरलाइंस, पुराने विमान उड़ाने पर मजबूर, जानें विस्तार से

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 21, 2024 11:35 AM2024-05-21T11:35:41+5:302024-05-21T11:36:54+5:30

1979 में प्रतिबंध लगाए जाने के कुछ ही समय बाद, सरकार द्वारा नए विमानों का आयात करने में असमर्थ होने के कारण ईरान का विमानन क्षेत्र विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। 1980, 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में ईरान को घातक विमान दुर्घटनाओं में वृद्धि का सामना करना पड़ा।

Ebrahim Raisi Helicopter crash Iran aviation crisis due to US sanctions forced to fly old planes | Iran aviation crisis: अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण बर्बाद हो रही है ईरान की एयरलाइंस, पुराने विमान उड़ाने पर मजबूर, जानें विस्तार से

(फाइल फोटो)

Highlightsईरान में बीते वर्षों में कई बड़ी विमान दुर्घटनाएं हो चुकी हैंईरान का विमानन क्षेत्र विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ हैसरकार नए विमानों का आयात करने में असमर्थ

Helicopter crash kills Iran’s President Ebrahim Raisi: पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में एक पहाड़ी और जंगली इलाके में खराब मौसम के कारण हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन की मौत हो गई।  हेलीकॉप्टर में सवार चालक दल के सदस्यों सहित छह अन्य लोग भी मारे गए। इब्राहिम रायसी  संयुक्त राज्य अमेरिका निर्मित, दो-ब्लेड वाले बेल 212 हेलीकॉप्टर में यात्रा कर रहे थे। ये हेलीकॉप्टर दशकों पुराना था। 

बेल टेक्सट्रॉन इंक द्वारा निर्मित बेल 212 इसके प्रतिष्ठित मॉडलों में से एक है। पहली बार  1960 के दशक के अंत में इस सीरीज का पहला हेलिकॉप्टर बेल 205 बनाया गया था। इसके बाद से इस हेलिकॉप्टर के कई अपडेटेड वर्जन आए। रायसी अमेरिका निर्मित बेल 212 हेलीकॉप्टर में उड़ान भर रहे थे, जिसे "खराब मौसम और कोहरे" के कारण अजरबैजान की सीमा के पास जंगल में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।

हेलिकॉप्टर का मॉडल अमेरिका में बनाया गया था और 1979 की क्रांति के बाद से इसे ईरान को नहीं बेचा जा सकता था। ईरान पर अमेरिका के कड़े प्रतिबंधों के कारण इसके कलपुर्जे भी ईरान के लिए मिलने मुश्किल थे।

1979 की क्रांति के बाद से ईरान पर लगे विदेशी प्रतिबंधों और उसके बाद उसके परमाणु कार्यक्रम और दुनिया भर की मिलिशिया का समर्थन करने के कारण ईरान के लिए विमान के पुर्जे या नए विमान प्राप्त करना मुश्किल हो गया है। 45 साल पहले ईरान पर अमेरिका ने कड़े प्रतिबंध लगाए थे। इसके बाद से ईरानी अर्थव्यवस्था को लगातार नुकसान हो रहा है। सबसे बुरा असर  इसकी एयरलाइंस पर पड़ा है। 

1979 में प्रतिबंध लगाए जाने के कुछ ही समय बाद, सरकार द्वारा नए विमानों का आयात करने में असमर्थ होने के कारण ईरान का विमानन क्षेत्र विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। 1980, 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में ईरान को घातक विमान दुर्घटनाओं में वृद्धि का सामना करना पड़ा। ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण 10 प्रतिशत से अधिक अमेरिकी भागों से बने किसी भी विमान या विमान उपकरण को ईरान को नहीं बेचा जा सकता। इससे ईरान द्वारा नए पश्चिमी विमान या हेलीकॉप्टर खरीदने की संभावनाएं खत्म हो गई हैं। 

ईरान के लिए अपने पुराने बेड़े के रखरखाव के लिए आवश्यक भागों को प्राप्त करना भी कठिन हो गया है। ईरान के लिए रूस से विमान खरीदना एक विकल्प है लेकिन कुछ रूसी जेट भी अमेरिकी उपकरणों पर निर्भर हैं। इसलिए ईरान के लिए रूस से घनिष्ठ संबंधों के बावजूद इन्हें हासिल करना मुमकिन नहीं है। वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर नियर ईस्ट के अनुसार, अप्रैल 2019 तक, 23 ईरानी एयरलाइंस देश में कुल 156 विमानों का संचालन कर रही थीं। ईरान के पास कुल 300 विमान हैं लेकिन उपरणों के न मिलने के कारण  देश के लगभग आधे विमान उड़ान भरने में असमर्थ हैं। 

Web Title: Ebrahim Raisi Helicopter crash Iran aviation crisis due to US sanctions forced to fly old planes

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