देश का तटीय क्षेत्र गोवा, जो उस समय पुर्तगालियों के कब्जे में था। दरअसल 1946 में जब यह साफ हो गया कि अंग्रेज अब भारत में अधिक समय तक अपना शासन नहीं चला पाएंगे तब राष्ट्रीय नेता यह मानकर चल रहे थे कि अंग्रेजों के साथ-साथ पुर्तगाली भी गोवा छोड़कर चले ज ...
आज की पीढ़ी के लिए यह तथ्य रोचक हो सकता है कि ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ अमेरिका को फ्रांस की तरफ से तोहफे में मिला था और यह 17 जून के ही दिन अमेरिका को सौंपा गया था। चार जुलाई 1776 को अमेरिका की स्वतंत्रता की स्मृति में फ्रांसीसियों द्वारा उपहार स्वरूप द ...
उन्होंने 11 जून को लिस्बन में ग्लोबल सेंटर फॉर प्लुरलिज्म में कहा, ‘‘हजारों सालों से विद्वान और दार्शनिक एकता और बहुलवाद, संपूर्ण और उसके घटकों के बीच तनाव पर बहस करते आ रहे हैं। दो सहस्राब्दियां पहले भारतीय सम्राट ‘अशोक महान’ ने सभी धर्मों के लोगों ...
हबीब तनवीर का निधन, औरंगजेब का आगरा के क़िले पर क़ब्ज़ा करना और शाहजहां को कैद करना, भारत की सरकारी रेडियो सेवा इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस का नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो करना जैसी और भी कई घटनाएं आज की तारीख में दर्ज हैं। ...
छह जून के नाम पर एक और ऐतिहासिक घटना भी दर्ज है। वह छह जून का ही दिन था, जब मुगलों के साम्राज्यवादी सपनों को हकीकत में बदलने से रोकने के लिए भारत के महान सपूत छत्रपति शिवाजी का रायगढ़ के किले में राज्याभिषेक हुआ था और उन्हें छत्रपति की उपाधि से नवाजा ...
मुख्य पूजनीय स्थल हरमंदिर साहिब की तरफ बढ़ती सेना का जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने जमकर विरोध किया और इस दौरान दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई। भारी खूनखराबे के बीच अकाल तख़्त को भारी नुकसान पहुंचा और कई सदियों में पहली बार ऐ ...
देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी देश के सबसे खुशहाल राज्य पंजाब को उग्रवाद के दंश से छुटकारा दिलाना चाहती थीं, लिहाजा उन्होंने यह सख्त कदम उठाया और खालिस्तान के प्रबल समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले का खात्मा करने और सिखों की आस्था के पवित्रतम स्थ ...
चार जून 1989 को चीन की राजधानी बीजिंग में घटी, जहां चीन की सेना ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निहत्थे नागरिकों पर बंदूकों और टैंकों से कार्रवाई की जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए। इसे इतिहास में ‘थ्येनआनमन स्क्वायर नरसंहार’ के तौर पर जाना जाता है ...