फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहने पर राहुल रॉय ने कहा कि जो लोग मेरे पास काम लेकर आते थे वे पागल थे। उन्होंने कहा, "लोग कहते थे कि अगर आप काम नहीं करेंगे तो हम किसी और के पास चले जाएंगे।' ...
करीब 23 साल पहले दिए एक इंटरव्यू में दिलीप कुमार ने कहा था कि फ़िल्मी कहानियों में ह्यूमर, कॉमेडी ड्रामा और क्लाइमेक्स जैसे जरूरी एलिमेंट्स तो उठा लिए जाते थे (तब), लेकिन जिस मैटेरियल में एक्टर के परफॉर्मेंस की गुंजाइश हो वो ही नहीं रहता था। ...
मृणाल सेन को कोलकाता बड़ा अज़ीज़ था। यह शहर उनके लिए उत्प्रेरक भी था और उत्तेजक भी। अपनी आत्मकथा ‘ऑलवेज़ बीइंग बॉर्न: ए मेमॉयर’ में उन्होंने लिखा है- “मैं यहाँ पैदा नहीं हुआ, यह सच है, पर मैं यहीं बनाया गया हूँ… ...
अमोल पालेकर को अभिनय क्षेत्र में लाने का श्रेय सत्यदेव दुबे को जाता है। सत्यदेव दुबे ने उन्हें पहली बार एक नाटक में काम करने के लिए प्रेरित किया था। ...
गीता दत्त ने इन गीतों का चयन करते हुआ कहा था, "मेरे ख़्याल से गीत में सरल भाषा में मानवीय भावनाओं की अभिव्यक्ति होनी चाहिए। ट्यून ऐसी होनी चाहिए कि गायक गीत के बोल में छिपे अर्थ के साथ पूरा इंसाफ कर सके। मेरे विचार में मैंने जो गाने चुने हैं वो हर सम ...
अमिताभ बच्चन की एवरग्रीन हिट फिल्म डॉन 12 मई 1978 को रिलीज हुई थी। फिल्म में अमिताभ का डबल रोल था। फिल्म के एक सीन के लिए अमिताभ ने 40 बीड़ा पान खाया था। ...