आयुर्वेद का अर्थ है 'जीवन का विज्ञान'। भारत में आयुर्वेद का जन्म लगभग 5,000 वर्ष से भी पहले हुआ था। आयुर्वेद इस विश्वास पर आधारित है कि मानव का स्वास्थ्य न केवल उसके शरीर बल्कि उसकी आत्मा के स्वस्थ्य होने पर निर्भर करता है। आयुर्वेद का मुख्य लक्ष्य बीमारी से लड़ना नहीं बल्कि बीमारी को रोकना है। Read More
आयुर्वेद कहता है कि हमारे शरीर में जब तक पित्त, कफ और वात का सामनजस्य बना रहता है, शरीर निरोग बना रहता है। लेकिन अगर शरीर में वात यानी गैस की समस्या हो जाए तो इंसान को रोजमर्रा की जिंदगी में काफी परेशानी होती है। ...
कभी-कभी ज्यादा खुराक लेने से या अन्य कारणों से लोगों को पेट में गर्मी और जलन की समस्या खड़ी हो जाती है। यही कारण है कि कई बार पेट में गर्मी होने से उसका असर चेहरे पर भी दिखाई देने लगता है। ...
हीमोग्लोबिन, जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन होता है। यह हमारे शरीर के हर भाग में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयुर्वेद में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए कई जड़ी-बूटियां मौजूद हैं ...
पेट के सूजन और गैस की समस्या में पुदीना की पत्तियां चबाने से काफी राहत मिलती है। पुदीना की गोलियां और पुदीना का अर्क भी अपच या बदहजमी को ठीक करने में मदद करती हैं। ...