Stomach Pain Relief: पेट की गर्मी हो जाएगी शांत, अपनाएं इन 5 आयुर्वेदिक उपायों को
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 27, 2024 06:53 AM2024-03-27T06:53:08+5:302024-03-27T06:53:08+5:30
कभी-कभी ज्यादा खुराक लेने से या अन्य कारणों से लोगों को पेट में गर्मी और जलन की समस्या खड़ी हो जाती है। यही कारण है कि कई बार पेट में गर्मी होने से उसका असर चेहरे पर भी दिखाई देने लगता है।
Stomach Pain Relief: पेट हमारे शरीर का अंग है, जिसके बारे में कहा जाता है, 'अगर पेट न हो तो किसी से भेंट न हो'। जी हां, पेट, वहीं जिसकी खुराक के लिए इंसान दिन-रात मेहनत करता है। लेकिन कभी-कभी ज्यादा खुराक लेने से या अन्य कारणों से लोगों को पेट में गर्मी और जलन की समस्या खड़ी हो जाती है। यही कारण है कि कई बार पेट में गर्मी होने से उसका असर चेहरे पर भी दिखाई देने लगता है।
पेट की गर्मी से चेहरे पर पिंपल्स निकलने लगते हैं और मुंह में छाले पड़ जाते हैं। इसके अलावा पेच की गर्मी से डायरिया, कब्ज, दस्त, ब्लोटिंग, उल्टी, मुंह के अल्सर तथा बेचैनी जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। लेकिन ऐसा तब होता है जब इंसान कुछ हैवी खाना खा ले और उसका शरीर में पाचन हो। उस कारण से पेट में एसिड बढ़ने लगती है।
चूंकि अब तो गर्मियों का मौसम शुरू हो रहा है और गर्मी के सीजन में अधिकतर लोगों को पेट की गर्मी की परेशानी होती है। इस समस्या को अधिक समय तक नजरअंदाज करने से शरीर में अन्य कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
गर्मियों में पेट को शांत रखने के लिए शरीर को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेट रखने की जरूरत होती है। इसके लिए पूरे दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी चाहिए। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक गर्मियों में पुरुषों को पूरे दिन में कम से कम 3.7 लीटर और महिलाओं को लगभग 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए।
इसलिए गर्मी के दिनों में पेट की गर्मी को शांत रखना बेहद आवश्यक है। इसके लिए आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों बताई गई हैं, जिनका सेवन करने से मनुष्य का पेट ठंडा रहता है।
एलोवेरा
आयुर्वेद के अनुसार एलोवेरी शरीर पर ठंडा प्रभाव डालता है और पाचन तंत्र को शांत करने में मदद करता है। पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने और आंत में गर्मी को कम करने के लिए इसका जूस या जेल के रूप में सेवन किया जा सकता है।
सौंफ
सौंफ के बीजों का पाचन तंत्र पर ठंडा और शांत प्रभाव पड़ता है। खाना खाने के बाद सौंफ लेने से पाचन को सुचारू रूप से रखने में पेट को मदद मिलती है या फिर ताज़ा सौंफ पानी में डालकर सौंफ के पानी के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है।
गुलाब की पंखुड़ियां
गुलाब की पंखुड़ियों में पेट को ठंडा करने में मदद करती है। पानी में गुलाब की पंखुड़ियां डालने या हर्बल चाय में गुलाब जल का सेवन करने से शरीर को ठंडा करने और पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद मिल सकती है।
पुदीना
पुदीने की पत्तियों अपने आप में दी काफी ठंडे गुणों से भरपूर होती है और आयुर्वेद में भी इसके गुणों को व्यापक रूप से माना जाता है। पुदीने की चाय या इन्फ्यूज्ड पानी आंत को ठंडा करने, सूजन को कम करने और स्वस्थ पाचन का समर्थन करने में मदद करता है।
धनिया
धनिया के बीज और पत्ते अपने ठंडे गुणों के लिए जाने जाते हैं। उनका उपयोग खाना पकाने में किया जा सकता है।इसके अलावा धनिया का हर्बल चाय बनाने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे पेट को ठंडा करने और पाचन में सहायता के लिए उपयोग किया जा सकता है।