आर्टिकल 370 के प्रावधान के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाते हैं। इसके अनुसार भारतीय संसद द्वारा पारित कोई भी प्रस्ताव, नियम या नीति में बदलाव जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं होता। जम्मू कश्मीर राज्य का अपना संविधान और झंडा है। देश में घोषित आपातकाल या आर्थिक आपातकाल कश्मीर में लागू नहीं होता। भारत की संसद जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग नहीं कर सकती। अनुसूचित जाति और अनिसूचित जनजाति सम्बंधी नियम जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होते। Read More
जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद केंद्र सरकार ने अपने एक आदेश में श्रीनगर और जम्मू के मेयरों को राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। ...
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने हाल ही में दक्षिण एशियाई देशों की विधायिका के अध्यक्षों के एक सम्मेलन में कश्मीर मुद्दा उठाने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम करने के लिये राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की मंगलवार को सराहना की।उल्लेखनीय है कि रविवार को ...
अधिकारियों ने बताया कि घाटी के 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सों में दिन में प्रतिबंध नहीं हैं और स्थिति में सुधार को देखते हुए 92 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में 95 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 76 में लैंडलाइ ...
इमरान सरकार के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पहले कहा कि भारत हमें कुछ करने पर मजबूर कर रहा है। इसके बाद कहा कि जम्मू कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है। अब कह रहे है कि समूचा पाकिस्तान एकजुट है और देश के स्थायित्व एवं संप्रभ ...
भारत सरकार द्वारा जब से जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के तहत मिले विशेष अधिकार को खत्म किये गये हैं, पाकिस्तानी सोशल मीडिया इस पर लगातार प्रोपेगैंडा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके बाद भारत सरकार की शिकायत के बाद पाकिस्तान के कई सोशल मीडिया अकाउंट क ...
अधिकारियों ने बताया कि उमर की बहन सफिया ने अपने भाई से पांच अगस्त से दूसरी बार मुलाकात की। पांच अगस्त को ही जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किया गया था। उमर के पिता एवं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला भी नजरबंद हैं। ...
जम्मू्-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाने के बाद, पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित है। इस वजह से पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कश्मीर पांच अगस्त के बाद करीब एक महीने से अप्रत्याशित पाबंद ...