आनंद सुब्रमण्यन (Anand Subramanian) पारिवारिक संबंधों के जरिए एनएसई की पूर्व सीईओ और एमडी (Chitra Ramakrishnan) चित्रा रामकृष्ण से संबंधित हैं। वह बॉमर लॉरी की एक सब्सिडियरी में 2013 तक मिड लेवल एग्जीक्यूटिव के रूप में काम किए। आनंद को जनवरी 2013 में सुब्रमण्यम को एनएसई में मुख्य रणनीतिक सलाहकार के पद के लिए 1.68 करोड़ की पेशकश की गई थी। उस वक्त वह एक सरकारी निगम में 15 लाख वेतन पर काम कर रहे थे। उन्हें त्वरित उत्तराधिकार में वेतन वृद्धि मिली और उनका मुआवजा 2016 तक बढ़कर लगभग 5 करोड़ कर दिया गया। चेक अवधि के दौरान, उन्होंने कई विदेश यात्राएं भी कीं। Read More
सीबीआई ने उन आरोपों पर जांच शुरू की है कि एनएसई की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रह्मण्यम के कार्यकाल के दौरान एनएसई अधिकारियों ने कुछ ब्रोकर को तरजीह दी तथा इससे अनुचित लाभ हासिल किए। ...
सीबीआई ने दिल्ली के एक स्टॉक ब्रोकर के खिलाफ घोटाले की जांच करते हुए चित्रा रामकृष्ण को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की रिपोर्ट मिलने के बाद गिरफ्तार किया। सेबी की रिपोर्ट में बताया गया था कि चित्रा रामकृष्ण एनएसई में रहते हुए कथित तौर पर ...
एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई इन आरोपों के मद्देनजर हुई है कि वह एक "हिमालयी योगी" के साथ शेयर की गोपनीय जानकारी साझा कर रही थीं और सुब्रमण्यम को नियमों के उल्लंघन में नियुक्त किया था। ...
आनंद सुब्रमण्यम को चित्रा रामकृष्ण द्वारा एनएसई के समूह संचालन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था, जो कुख्यात 'टिक बाय टिक' बाजार में हेरफेर मामले में जांच के दायरे में हैं। ...