Janmashtami 2025: हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बहुत महत्वपूर्ण है। हर साल जन्माष्टमी का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म इसी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि में हुआ था। इस साल 16 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। ऐसे में दिल्ली समेत अन्य राज्यों में बाजारों में रौनक आ गई है। चारों तरफ भगवान कृष्ण के कपड़े, सजावट के सामान, पूजा का सामान मिलने लगा है।
अगर आप इस कृष्ण जन्माष्टमी दिल्ली में शॉपिंग करने के बारे में सोच रहे हैं तो आइए आपको हम उन मार्केट के बारे में बताते हैं जो सस्ते तो है ही साथ ही यहां आपको इस साल का सारा लेटेस्ट सामान मिल जाएगा।
यहाँ सबसे लोकप्रिय बाजारों की एक लिस्ट
1- जनपथ मार्केट: जनपथ एक लोकप्रिय बाजार है जो अपने सस्ते कपड़ों, एक्सेसरीज़ और अन्य वस्तुओं के लिए जाना जाता है। आपको यहाँ पारंपरिक परिधान, लकड़ी के हस्तशिल्प और विभिन्न सजावटी वस्तुएँ मिल सकती हैं जिनका उपयोग आप अपने जन्माष्टमी समारोहों में कर सकते हैं। जनपथ के भीतर स्थित तिब्बती और गुजराती बाज़ार अनोखी, हस्तनिर्मित वस्तुएँ खोजने के लिए विशेष रूप से अच्छे हैं।
2- सदर बाजार: यह दिल्ली का सबसे प्रसिद्ध और सबसे बड़ा थोक बाज़ार है। यह जन्माष्टमी की खरीदारी के लिए एक आदर्श स्थान है क्योंकि आपको बहुत ही किफायती दामों पर वस्तुओं का एक विशाल संग्रह मिल सकता है। आप कृष्ण की मूर्तियों (बाल गोपाल) और खूबसूरती से सजे झूलों से लेकर कपड़े, गहने और मोर पंख व बांसुरी जैसी सजावट की वस्तुओं तक, सब कुछ खरीद सकते हैं। यह बाज़ार अपने थोक विकल्पों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, लेकिन आप खुदरा भी खरीद सकते हैं।
3- चाँदनी चौक: एक और प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक बाजार, चाँदनी चौक आपकी सभी त्योहारी ज़रूरतों के लिए एक ही स्थान पर उपलब्ध है। यह बाजार विभिन्न खंडों में बँटा हुआ है, जिनमें से प्रत्येक खंड विभिन्न वस्तुओं पर विशेष ध्यान देता है। जन्माष्टमी के लिए, आपको पूजा सामग्री, सजावटी सामान और पारंपरिक पारंपरिक परिधान बेचने वाली दुकानें मिलेंगी। चाँदनी चौक का एक हिस्सा, किनारी बाजार, अपने खूबसूरत बॉर्डर, लेस और सजावटी वस्तुओं के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है जिनका उपयोग देवताओं के परिधानों के लिए किया जा सकता है।
4- दिल्ली हाट: अगर आप अनोखी, हस्तनिर्मित और पारंपरिक वस्तुओं की तलाश में हैं, तो दिल्ली हाट एक बेहतरीन विकल्प है। यह बाजार भारत भर के कारीगरों के हस्तशिल्प और उत्पादों को प्रदर्शित करता है। आपको यहाँ खूबसूरती से बनी कृष्ण की मूर्तियाँ, पारंपरिक पेंटिंग और अनोखी घरेलू सजावट की चीजें मिल जाएँगी जो आपके जन्माष्टमी समारोह में एक विशेष स्पर्श जोड़ देंगी।
5- लाजपत नगर (सेंट्रल मार्केट): यह बाजार पारंपरिक और ट्रेंडी चीज़ों के मिश्रण के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। आपको देवी-देवताओं की पोशाकें, पूजा सामग्री और त्योहारों के लिए घर की सजावट का अच्छा संग्रह मिल जाएगा। लाजपत नगर अपने पारंपरिक परिधानों के लिए भी जाना जाता है और अपने लिए त्योहारों के लिए उपयुक्त पोशाक ढूँढ़ने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
6- पहाड़गंज बाज़ार: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास स्थित, पहाड़गंज थोक खरीदारी का केंद्र है। आपको हस्तशिल्प, कपड़े और अन्य सामान बहुत कम दामों पर मिल सकते हैं। यह बाजार जन्माष्टमी पर अपने घर और मंदिर को सजाने के लिए अनोखी, हस्तनिर्मित वस्तुएँ खोजने के लिए एक बेहतरीन जगह है।
7- करोल बाग: अपने विविध उत्पादों के लिए प्रसिद्ध, करोल बाग त्योहारों की खरीदारी के लिए एक लोकप्रिय बाजार है। यहाँ आपको जन्माष्टमी के लिए पारंपरिक कपड़े, गहने और अन्य जरूरी चीजें मिल जाएँगी। यह रेडीमेड सामान और अपनी सजावट या देवी-देवताओं की पोशाकें बनाने के लिए सामग्री, दोनों ही ढूँढ़ने के लिए एक अच्छी जगह है।
खरीदारी के लिए सुझाव
सुबह जल्दी जाएँ: ये बाज़ार, खासकर त्योहार के करीब, बहुत भीड़भाड़ वाले होते हैं। सुबह के समय खरीदारी करने से आपको भीड़भाड़ से बचने में मदद मिलेगी।
मोलभाव: इनमें से कई बाज़ार, खासकर सदर बाज़ार और चांदनी चौक, अपनी प्रतिस्पर्धी कीमतों के लिए जाने जाते हैं। सबसे अच्छे सौदे पाने के लिए मोलभाव करने के लिए तैयार रहें।
गुणवत्ता की जाँच करें: हालाँकि कीमतें कम होती हैं, फिर भी खरीदारी से पहले उत्पादों की गुणवत्ता, खासकर मूर्तियों और सजावटी वस्तुओं की, हमेशा जाँच कर लें।
मेट्रो का उपयोग करें: इन इलाकों में गाड़ी चलाना और पार्किंग ढूँढ़ना मुश्किल हो सकता है। इन बाज़ारों तक पहुँचने के लिए दिल्ली मेट्रो सबसे सुविधाजनक तरीका है।