Ganesh Chaturthi 2025:गणेश चतुर्थी का त्योहार मुंबई में सबसे बड़े और सबसे भव्य तरीके से मनाया जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का समापन 'गणपति विसर्जन' के साथ होता है, जो अपने आप में एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। इस दिन हजारों गणेश प्रतिमाओं को ढोल-नगाड़ों और जुलूस के साथ समुद्र में विसर्जित किया जाता है। यदि आप गणेश चतुर्थी 2025 (27 अगस्त से 7 सितंबर) के दौरान इस भव्य विसर्जन का गवाह बनना चाहते हैं, तो मुंबई में ये 6 स्थान सबसे शानदार अनुभव प्रदान करते हैं।
1- गिरगांव चौपाटी: यह मुंबई में सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध विसर्जन स्थल है। यहां 'लालबागचा राजा' और 'गणेश गली के राजा' जैसे प्रसिद्ध मंडलों की मूर्तियों का विसर्जन होता है। लाखों की भीड़ और भव्य जुलूस के कारण यह एक अविस्मरणीय दृश्य होता है।
2- जुहू चौपाटी: पश्चिमी उपनगरों में रहने वाले लोगों के लिए जुहू चौपाटी सबसे पसंदीदा जगह है। यहां भी हजारों की संख्या में छोटे-बड़े गणपति की मूर्तियों का विसर्जन होता है, और यह अपनी जीवंतता और भव्यता के लिए जाना जाता है।
3- दादर चौपाटी (शिवाजी पार्क): यह एक और महत्वपूर्ण विसर्जन स्थल है, खासकर मध्य मुंबई के गणपति मंडलों के लिए। यहां का माहौल बहुत ही भक्तिमय और ऊर्जावान होता है।
4- वर्सोवा बीच: अंधेरी और उसके आसपास के क्षेत्रों के लोग वर्सोवा बीच पर विसर्जन करते हैं। यह गिरगांव या जुहू चौपाटी की तरह भीड़भाड़ वाला नहीं होता, लेकिन फिर भी यहां का विसर्जन देखने लायक होता है।
5- पवई झील: पवई झील भी गणपति विसर्जन के लिए एक प्रमुख स्थल है। यहां पर्यावरण-अनुकूल विसर्जन को बढ़ावा दिया जाता है, और यह झील के शांत और सुंदर परिवेश में विसर्जन देखने का एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है।
6- अक्सा बीच: यह मालवणी और मलाड के पास स्थित है। यहां भी बहुत बड़ी संख्या में गणपति मूर्तियों का विसर्जन होता है। यह थोड़ी कम भीड़ वाला लेकिन उतना ही रंगीन और उत्साहपूर्ण स्थल है।
इन सभी स्थानों पर विसर्जन के दौरान पुलिस और नागरिक प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। अगर आप इस भव्य उत्सव का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो समय से पहले इन स्थानों पर पहुंचना सुनिश्चित करें।