राजस्थान में सियासी उथल-पुथल जारी है। राज्य की गहलोत सरकार पर खतरा बना हुआ है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि सचिन पायलट बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। वहीं पायलट इस वक्त दिल्ली में हैं और उनका दावा है कि राजस्थान के कम से कम 30 विधायकों का समर्थन हासिल है।
इस पूरे सियासी घटनाचक्र के बीच पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है। इस बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने एक बयान देते हुए कहा कि सचिन पायलट अब बीजेपी में हैं। हालांकि वो बाद में अपने इस बयान से पलट गये हैं और उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं सिंधिया के बार में बोल रहा था लेकिन गलती से सचिन पायलट निकल गया। वहीं उनके इस बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संवित्र पात्रा ने तंज कसा है और कहा कि ज़ुबान तो क्या चीज़ है यहाँ तो पूरी पार्टी फिसल रही है।
दरअसल, उन्होंने ये बता तब कही जब एक पत्रकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक ट्वीट को लेकर सवाल पूछा, जिसमें सिंधिया ने था कि सचिन पायलट का कांग्रेस पार्टी में उपेक्षा हो रही है। इसके जवाब में पुनिया ने कहा कि सचिन पायलट अब बीजेपी में हैं और बीजेपी का कांग्रेस के प्रति क्या रुख रहता है, वो सबको जाहिर है तो हमें उनसे कोई सर्टिफिकेट लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि बाद में सचिन पायलट को बीजेपी में बताने वाले बयान से पीएल पुनिया मुकर गए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मैं सिंधिया के बार में बोल रहा था लेकिन गलती से सचिन पायलट निकल गया।
वहीं राजस्थान में जारी सियासी ड्रामे के बीच सचिन पायलट ने कहा है कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहा हैं। सचिन पायलट ने राजस्थान कांग्रेस में बगावत कर अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस बीच रविवार से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं। ये भी कहा जा रहा है कि सचिन पायलट आज जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं।
हालांकि, एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार सचिन पायलट ने फिलहाल बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया है। बता दें कि पायलट दिल्ली में हैं और उनका दावा है कि राजस्थान के कम से कम 30 विधायकों का समर्थन हासिल है।
वहीं, जयपुर में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक है और पायलट साफ कर चुके हैं कि वे इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। हालांकि कांग्रेस की ओर से व्हिप भी जारी किया जा चुका है।
कांग्रेस का दावा, 109 विधायक सीएम अशोक गहलोत के समर्थन में हैं
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने दावा किया है कि राज्य के 109 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में हैं और उन्होंने इस संबंध में एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ और विधायक भी मुख्यमंत्री गहलोत के संपर्क में हैं और वे भी समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर देंगे। राजस्थान में जारी राजनीतिक उठा पटक के बीच पांडे ने मुख्यमंत्री निवास पर रविवार देर रात ढाई बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कही।
पांडे ने कहा कि विधायकों को सोमवार सुबह 10.30 बजे होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया गया है। बैठक में भाग नहीं लेने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें समर्थन देने वाले इन विधायकों में कांग्रेस के विधायक और निर्दलीय विधायक शामिल हैं।