चंडीगढ़ःहरियाणा में ऐलनाबाद क्षेत्र की चुनावी जंग चौटाला परिवार के बीच ही रहेगी. ऐलनाबाद सीट इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के इस्तीफा देने से खाली हुई है.
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में अभय चौटाला ने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था. ऐलनाबाद सीट पर जल्द ही उप चुनाव होने के आसार हैं. अभय चौटाला ऐलनाबाद क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि जब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा. वे किसानों के पक्ष में खड़े रहेंगे.
उधर, ऐलनाबाद उपचुनाव में तिकोने मुकाबले के आसार हैं. अभय चौटाला को कांग्रेस के अलावा जजपा के उम्मीदवार से भी जूझना पड़ेगा. राज्य में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार है, ऐसे में ऐलनाबाद सीट जहां जजपा के खाते में जाएगी, वहीं कालका सीट पर भाजपा अपना उम्मीवार उतारेगी.
कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी को अदालत से तीन साल की सजा मिलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कालका से उनकी सदस्यता रद्द कर दी है. कालका और ऐलनाबाद सीटों पर एक साथ ही उप चुनाव होने हैं.
अभय चौटाला का कहना है कि ऐलनाबाद उप चुनाव से साबित हो जाएगा कि चौधरी देवीलाल के परिवार का असली राजनीतिक उत्तराधिकारी कौन है? उन्होंने कहा कि उनके भतीजे दिग्विजय सिंह और उनके परिवार का कोई भी सदस्य मैदान में उतरे, उनके लिए अपनी जमानत बचाना मुश्किल होगा.