जानें क्यों मनाई जाती है लोहड़ी, क्या है इसके पीछे की कहानी By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 12, 2018 4:14 PMOpen in App1 / 12पंजाब और उत्तर भारत के कुछ राज्यों में लोहड़ी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।2 / 12लोहड़ी की शाम को बीच में आग जलाकर सभी आग के फेरे लेते हैं। आग में तिल, गुड़ डाला जाता है।3 / 12यह प्रार्थना की जाती है कि इस जलती आग में उनके सभी दुःख जलकर नष्ट हो जाएं।4 / 12क्या आप इस त्यौहार को मानाने के पीछे की कहानी को जानते हैं?5 / 12एक लोक प्रचलित कहानी के अनुसार सुंदरी और मुंदरी नाम की दो बहनें थीं। बचपन में ही पिता की मौत हो गई थी।6 / 12ये दोनों अपने चाचा के पास आ गईं। लेकिन जालिम चाचा ने दोनों को एक जमींदार को बेचने की सोची।7 / 12ये बात जैसे ही दुल्ला भट्टी नाम के डाकू को पता चली तो उसने चाचा के चंगुल से दोनों लड़कियों को छुड़ाया।8 / 12दुल्ला भट्टी ने उनका लालन पोषण किया और बड़े होने पर उनकी शादी करने का सोची।9 / 12दुल्ला भट्टी ने आग जलाई और उसी आग के आसपास फेरे लेते हुए दोनों लड़कियों की शादी कर दी।10 / 12दूल्हा भट्टी के पास दोनों को देने के लिए कुछ नहीं था इसलिए उसने दोनों की झोली में गुड़ डालकर उन्हें विदा कर दिया।11 / 12तभी से कहानी को आधार मानते हुए लोहड़ी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।12 / 12वैसे ज्यादातर तस्वीरें हमने फिल्म वीर-जारा के गाने 'तेरे कुर्बान जावाँ' से ली हैं। और पढ़ें Subscribe to Notifications