Coronavirus Medicine: भारत में इतने रुपये में मिलेगी कोरोना की दवाई, जानें कीमत से लेकर ये जरूरी बातें By संदीप दाहिमा | Published: June 22, 2020 7:41 PMOpen in App1 / 9कोरोना वायरस के इलाज के लिए पहली दवाई भारत में आ गई है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को कोरोना के लिए एंटिवायरल दवा फेविपिराविर बनाने और बाजार में बेचने के लिए परमिशन दे दी गई है।2 / 9कंपनी फैबिफ्लू के नाम से यह दवा बनाती है। एक टैबलेट की कीमत 103 रुपये पड़ेगी।3 / 934 टैबलेट की एक पूरी स्ट्रिप 3500 रुपये में उपलब्ध होगी।4 / 9फैबिफ्लू दवा को माइल्ड से मॉडरेट सिम्प्टम्स वाले मरीज के इलाज के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जाएगा। यह दवाई अस्पतालों के प्रिस्क्रिप्शन पर मेडिकल स्टोर्स में मिलेगा।5 / 9ये दवाई कोशिकाओं में जाने वाले वायरस को रोकती है। ग्लेनमार्क ने 90 माइल्ड लक्षणों और 60 मॉडरेट लक्षणों वाले मरीजों पर दवा का क्लिनिकल ट्रायल किया गया था। 6 / 9यह दवाई मरीजों की कोशिकाओं में जाती और वायरल लोड को कम करने के लिए वायरस को अपनी फैलने से रोकती है। ये दवाई संक्रमण के शुरुआती स्टेज में शरीर में वायरस को फैलने से रोकने में यह दवा असरदार है। 7 / 9रिसर्चस के मुताबिक फैबिफ्लू दवाई का इस्तेमाल शुरुआती स्टेज में किया जाना चाहिए। बाद में स्टेज ज्यादा होने पर वायरस रेप्लिकेशन धीमा पड़ जाता है। बॉडी में हिंसक इम्यून रेस्पांस कई तरह की परेशानी को पैदा कर देता है और शरीर का ऑर्गन फेल्योर हो जाता है। 8 / 9दवाई बनाने वाली कंपनी के मुताबिक, मरीज को पहले दिन 200 एमजी की टैबलेटेस दी जाएगी। अगले दिन से 200MG की 4-4 टैबलेट्स खिलाकर मॉनिटर किया जाएगा। ट्रायल के रिजल्ट्स के रिजल्टस बताते हैं कि 80 प्रतिशत मरीजों पर इस दवाई का असर दिखा।9 / 9ड्रग कंट्रोलक जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने इस दावा को महामारी के चलते इमजेंसी कैटगरी में मंजूरी दे दी है। ग्लेनमार्क पहली ऐसी कंपनी है जो माइल्ड और मॉडरेट कोरोना के लिए ओरल एंटीवायरल ड्रग लेकर आई है। और पढ़ें Subscribe to Notifications