पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में लालू यादव के परिवार में एक बार फिर से फूट उजागर हो गई है। पहली बार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के नामांकन में परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था, जबकि ठीक एक दिन पहले तेजस्वी यादव के नामांकन में लालू-राबड़ी और मीसा भारती साथ में पहुंचे थे। तेज प्रताप ने गुरुवार को अकेले ही जाकर महुआ से जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार के रूप में नामांकन पर्चा दाखिल किया। इस दौरान वह अपनी दादी मरछिया देवी की तस्वीर को लेकर नामांकन करने महुआ पहुंचे थे। तेजप्रताप ने इस दौरान मीडिया से बातचीत की और कहा कि दादी का आशीर्वाद लेकर ही उन्होंने नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने कहा कि गुरु, मां-पिता और दादी का आशीर्वाद हो तो कोई चुनौती सामना नहीं कर सकता।
नामांकन के बाद तेज प्रताप ने महुआ की जनता से आशीर्वाद मांगा। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं अपनी दादी के आशीर्वाद से ही जीवन में आगे बढ़ रहा हूं, इसलिए उनकी तस्वीर अपने साथ लेकर नामांकन करने आया हूं। दादी अमर हैं, वे मेरे दिल में बसती हैं। तेज प्रताप ने कहा कि उनका लक्ष्य महुआ को जिला बनाना और यहां इंजीनियरिंग कॉलेज खोलना है।
उन्होंने याद दिलाया कि महुआ में मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले ही हो चुका है, जो उनके वादों को निभाने का सबूत है। तेज प्रताप ने कहा कि जो महुआ का विकास करेगा, वही महुआ की जनता के दिल पर राज करेगा। बता दें कि पार्टी और परिवार से बेदखल करने के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाया।
हसनपुर के विधायक तेज प्रताप ने महुआ सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। राजद प्रत्याशी मुकेश रौशन को टक्कर देने के लिए तेज प्रताप ने हसनपुर छोड़ महुआ से चुनाव लड़ने का मन बनाया और आज वो दिन आ गया जब उन्होंने महुआ सीट से नामांकन भी कर दिया।
वहीं तेज प्रताप के नामांकन पर उनकी बहन रोहिणी आचार्य से रहा नहीं गया और उन्होंने तेज प्रताप को शुभकामनाएं देते हुए एक बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश की है। रोहिणी के इस ट्वीट ने ना सिर्फ सियासी पारा चढ़ा दिया है, बल्कि चुनावों से ठीक पहले तेजस्वी यादव की टेंशन भी बढ़ा दी है। महुआ सीट इस बार जिले की सबसे हॉट सीट मानी जा रही है।
एक तरफ तेज प्रताप यादव हैं, तो दूसरी ओर मौजूदा राजद विधायक मुकेश रौशन अपनी सीट बचाने की कोशिश में हैं। वहीं जदयू की बागी नेत्री आस्मां प्रवीण भी मैदान में हैं, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। इसके अलावा, एआईएमआईएम से टॉपर घोटाले के आरोपी बच्चा राय भी इस बार मैदान में हैं, जिससे महुआ की सियासी जंग और तगड़ी हो गई है।