पटना: बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने गोपालगंज और मोकामा के उपचुनाव क्षेत्रों का दौरा करने के बाद दावा किया है कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में जदयू कार्यकर्ता और समर्थक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहद नाराज हैं। मोदी ने कहा कि जदयू समर्थकों के बीच दोनों सीट राजद को दिये जाने से भारी नाराजगी है और वो खामोशी से भाजपा को वोट देने की तैयारी कर रहे हैं।
इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि मोकामा और गोपालगंज में जदयू कार्यकर्ता राजद की दोस्ती से और उसे टिकट दिये जाने से खुश नहीं हैं, इसलिए कारण वो भीतर-भीतर भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। जदयू कार्यकर्ता दोनों चुनाव क्षेत्रों में "चुपचाप कमल छाप" का नारा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दोनों विधानसभा क्षेत्रों में राजद प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए न जाने को मुद्दा बनाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि वैसे तो किसी की बीमारी पर कुछ कहना ठीक नहीं, लेकिन नीतीश कुमार जब छठ घाटों का निरीक्षण करने जा सकते हैं, सरकारी बैठकों में भाग ले सकते हैं। चित्रगुप्त पूजा में भी शामिल हो सकते हैं, तब वे चुनाव प्रचार के लिए भी जा सकते थे लेकिन मुख्यमंत्री ने शराब माफिया और आतंक के पर्याय अनंत सिंह की पत्नी के पक्ष में प्रचार नहीं करके पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी नाराजगी का संदेश दे दिया।
इसके साथ ही सुशील मोदी ने जदयू संगठन पर न तो ललन सिंह की कोई पकड़ है और न ही उपेंद्र कुशवाहा की। जदयू में कार्यकर्ता या तो नीतीश कुमार की सुनते हैं या फिर आरसीपी सिंह की सुना करते थे। चूंकि नीतीश कुमार उपचुनाव में प्रचार से दूर हैं और आरसीपी सिंह तो पार्टी से बाहर हैं। इसलिए इसका असर दोनों विधानसभा क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
सुशील मोदी ने साथ में यह भी कहा कि गोपालगंज और मोकामा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी राजद को भारी मतों से हराकर जीत रही है और इसके लिए जदयू कार्यकर्ता भी भाजपा प्रत्याशियों को मौन समर्थन दे रहे हैं।