नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को कहा कि कोविड-19 संकट से निपटने में अग्रणी मोर्चे पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद और सुरक्षा करना हर किसी का सामूहिक कर्तव्य है। उन्होंने ट्वीट में हैशटैग ‘वी आर प्राउड ऑफ यू’ का इस्तेमाल करते हुए लोगों से इन ‘‘जांबाज योद्धाओं’’ को अपने संदेश भेजने का अनुरोध किया।
कांग्रेस महासचिव ने हिंदी भाषा में ट्वीट किया, ‘‘हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन, सफाईकर्मी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में योद्धा हैं जो जान की बाजी लगाकर लगातार काम कर रहे हैं। इनकी मदद करना, इन्हें और उनके परिवारों को सुरक्षित रखना, हर तरह से समर्थन करना - हम सबका फर्ज है। इन जांबाज योद्धाओं को अपना संदेश दें।’’ उनकी यह टिप्पणी देश के कुछ हिस्सों में डॉक्टरों और पराचिकित्साकर्मियों पर हमले की घटनाओं की खबरों के बीच आई है।
वहीं, शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि सरकार को कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बड़े पैमाने पर जांच करानी चाहिए क्योंकि ऐसा करके ही इस महामारी की वास्तविक स्थिति का पता किया जा सकता है। उन्होंने ट्वीट किया, " यह महत्वपूर्ण है कि जांच की गति को बढ़ाया जाए। जांच से ही बीमारियों की गंभीरता का पता चलता है। इस लॉकडाउन के परिणाम तभी नजर आएंगे जब बड़े पैमाने पर जांच होगी और चिकित्सा व्यवस्था की मदद के लिए कदम उठाए जाएंगे।''
प्रियंका ने कहा कि सरकार को अब कदम उठाना चाहिए। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में निजी सुरक्षा उपकरण की उपलब्धता नहीं होने से जुड़ी कुछ चिकित्साकर्मियों की शिकायत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि योगी सरकार को चिकित्साकर्मियों की जरूरत का पूरा ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा, "इस समय हमारे चिकित्सा कर्मचारियों को सबसे ज्यादा सहयोग करने की जरूरत है। वे जीवनदाता हैं और योद्धा की तरह मैदान में हैं। बांदा में नर्सों और मेडिकल स्टाफ को उनकी निजी सुरक्षा के उपकरण न देकर और उनके वेतन काटकर बहुत बड़ा अन्याय किया जा रहा है।'' कांग्रेस महासचिव ने कहा, ''उप्र सरकार से मैं अपील करती हूं कि ये समय इन योद्धाओं के साथ अन्याय करने का नहीं है बल्कि उनकी बात सुनने का है।''