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PM Modi in Bihar: पीएम मोदी ने आतंकियों को दी बड़ी चेतावनी, कहा- "अब आतंकियों की बच्ची-कुच्ची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है"

By एस पी सिन्हा | Updated: April 24, 2025 14:09 IST

PM Modi in Bihar: पीएम मोदी ने कहा, "मैं साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि इन आतंकियों और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी..."

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PM Modi in Bihar: पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीबिहार के मधुबनी दौरे पर पहुंचे। उस दौरान उन्होंने बिहार समेत पूरे देश को 13,480 करोड़ की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने बेहद सादगी के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के लिए प्रधानमंत्री ने मौन रखवाया। भाषण शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद भी आंख मूंदकर हाथ जोड़ते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत की। 

पीएम मोदी ने कहा कि अपनी बात प्रारंभ करने से पहले मैं आप सबसे प्रार्थना करना चाहता हूं, आप जहां हैं वहीं अपने स्थान पर बैठकर ही 22 अप्रैल को जिन परिवारजनों को हमने खोया है, उनको श्रद्धाजंलि देने के लिए हम कुछ पल का मौन रखेंगे।

वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को भी कड़ा संदेश देते हुए कहा कि इस घटना में शामिल आतंकवादियों को ऐसी सजा दी जाएगी, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आंतिकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है उससे पूरा देश व्यथित है। कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं। सभी पीड़ित परिवारों के इस दुख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जिन लोगों का अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों सके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है। इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई और किसी ने अपना जीवन साथी खोया है।

उन्होंने पूरी दुनिया को बिहार की धरती से संदेश देते हुए अंग्रेजी में कहा की बिहार की धरती से ऐलान करता हूं कि हम आतंकियों को चिन्हित करेंगे, खोजेंगे और हर एक आतंकी और उनके आका को सजा देंगे। साथ ही भारत पर हुए इस आतंकी हमले के समय दुनिया के जिन देशों की ओर से भी सहानुभूति का संदेश आया उन सबके लिए पीएम मोदी ने आभार जताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों की गोली से मौत के शिकार हुए लोगों में कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड बोलता था, कोई मराठी था, कोई गुजराती था तो कोई बिहार का लाल था। आज उन सभी लोगों की मृत्यु पर कारगिल से लेकर कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है। यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है बल्कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। उन्होंने कहा कि मैं साफ-साफ कहना चाहता हूं कि जिन्होंने भी यह हमला किया उनको उनकी कल्पना से भी अधिक सजा मिलेगी। अब आतंकवादियों की बची जमीन को मिट्टी में मिलने का समय आ गया है। 

वहीं इसके बाद बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बिहार में आज 13480 करोड़ की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास से विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज पंचायती राज दिवस के मौके पर पूरा देश मिथिला से, बिहार से जुड़ा है। आज यहां देश के, बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है।

बिजली, रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन विभिन्न कार्यों से बिहार में रोजगार के नए मौके बनेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि है। मैं उनको भी श्रद्धांजलि देता हूं। बिहार वो धरती है, जहां से पूज्य बापू ने सत्याग्रह के मंत्र का विस्तार किया था।

पूज्य बापू के दृढ़ विश्वास था कि जब तक भारत के गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा। देश में पंचायती राज की परिकल्पना के पीछे यही भावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं। टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी पंचायतों को मजबूत किया गया है। बीते दशक में 2 लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया। 5.50 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में बने हैं।

पंचायतों के डिजिटल होने से एक और फायदा हुआ है। अब जीवन/मृत्यु प्रमाण पत्र, भूमि धारण प्रमाण पत्र जैसे कई दस्तावेज आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के अनेक दशकों बाद जहां देश को संसद की नई इमारत मिली, वहीं देश में 30 हजार नए पंचायत भवन भी बनाए गए। पंचायतों को पर्याप्त फंड मिले, ये भी सरकार की प्राथमिकता रही है। बीते 10 साल में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड पंचायतों को मिला है। ये सारा पैसा गांवों के विकास में लगा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने देखा है कि पंचायतों ने कैसे सामाजिक भागीदारी को सशक्त किया है। बिहार, देश का पहला राज्य था जहां महिलाओं को पंचायत में 50 फीसदी आरक्षण की सुविधा दी गई। आज बहुत बड़ी संख्या में गरीब, दलित, महादलित, पिछड़े और अति पिछड़े समाज की बहन-बेटियां बिहार में जन-प्रतिनिधि बनकर सेवाएं दे रही हैं। यही सच्चा सामाजिक न्याय है, यही सच्ची सामाजिक भागीदारी है।

इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी झंझारपुर के कार्यक्रम स्थल बेहद सादगी भरे माहौल में पहुंचे। उनका सम्मान भी नहीं किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना संबोधन संपन्न किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि पूरा देश एकजुट है और शोक संतप्त परिवारों के साथ है।

अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने एक बार फिर अपनी पूर्व राजनीतिक भूल स्वीकार की। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कुछ लोगों ने दो बार गड़बड़ की, इसलिए हमें उधर जाना पड़ा। हमने गलती की, लेकिन अब नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री जी हमारे साथ बैठे हैं, उनसे पूछ सकते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग शुरू से साथ में थे। बीच एनडीए से अलग हो गए थे, बीच थोड़ा गड़बड़ कर दिये थे। लेकिन, फिर वही बोले चलिये यहां सब गड़बड़ इसलिए फिर एनडीए में वापस आ गए।

इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज मंत्री ललन सिंह ने अपने संबोधन में सबसे पहले पहलगाम के आतंकी हमले का जिक्र किया। ललन सिंह ने कहा कि 2 दिन पहले जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हम काफी निंदनीय है। लेकिन, हम लोगों को पूरा यकीन है कि समय आने वाले पर पीएम मोदी आतंकियों को करारा जवाब देंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की पहली ‘नमो भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का भी शुभारंभ किया। इस ट्रेन का उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से किया गया और इसे बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। यह ट्रेन 130 किमी/घंटे की रफ्तार से 267 किमी की दूरी साढ़े 5 घंटे में तय करेगी।

इस ट्रेन में 16 कोच होंगे और इसकी कुल क्षमता 2000 पैसेंजर की होगी। खास बात यह है कि इसके सभी कोच जनरल श्रेणी के होंगे, जिससे आम जनता को यात्रा की बेहतर सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को 13,480 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी।

इनमें से प्रमुख परियोजनाओं में 1173 करोड़ रुपये की बिजली परियोजना और गोपालगंज में 340 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला शामिल है। इन परियोजनाओं से न केवल बिहार की ऊर्जा आपूर्ति बेहतर होगी, बल्कि राज्य में परिवहन प्रणाली में भी सुधार होगा।

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