नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखे हमले किए, जब उसके वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने कथित तौर पर भारत में धन पुनर्वितरण के लिए विरासत कर कानून की वकालत की। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी का ऐसा कोई इरादा नहीं है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उच्च कर लगाने की योजना बना रही है और नहीं चाहती कि लोग अपनी मेहनत से कमाई गई संपत्ति अपने बच्चों को सौंपें। उन्होंने कहा कि 'राजकुमार' और 'शाही परिवार' के सलाहकार (सैम पित्रोदा) ने कुछ समय पहले कहा था कि मध्यम वर्ग पर अधिक टैक्स लगाया जाना चाहिए।स
उन्होंने दावा किया, "कांग्रेस का कहना है कि वह विरासत टैक्स लगाएगी और माता-पिता से मिली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। आपने अपनी मेहनत से जो धन इकट्ठा किया है, वह आपके बच्चों को नहीं मिलेगा, बल्कि कांग्रेस के पंजे उसे आपसे छीन लेंगे।" कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन की टिप्पणी से पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो गई है।
एएनआई से शाह ने कहा, "सैम पित्रोदा की टिप्पणी के बाद कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब हो गई है। सबसे पहले उनके घोषणापत्र में 'सर्वेक्षण' का जिक्र, मनमोहन सिंह का पुराना बयान जो कांग्रेस की विरासत है कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, और अब सैम पित्रोदा की अमेरिका के हवाले से यह टिप्पणी कि इस पर विचार-विमर्श होना चाहिए। धन का वितरण...55 प्रतिशत धन सरकार की संपत्ति में जाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "अब जब पीएम मोदी ने ये मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर आ गई कि ये उनका मकसद कभी नहीं था। लेकिन आज सैम पित्रोदा के बयान ने कांग्रेस का मकसद देश के सामने साफ कर दिया है। वे देश के लोगों की निजी संपत्ति का सर्वेक्षण कर उसे सरकारी संपत्ति में रखना चाहते हैं और यूपीए के शासनकाल के दौरान निर्णय के अनुसार उसका वितरण करना चाहते हैं।"
हालांकि, मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमारा कोई इरादा नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण से पहले केरल में एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "संविधान है, हमारी कोई मंशा नहीं। आप उनके विचार हमारे मुँह में क्यों डाल रहे हैं? सिर्फ वोट के लिए वह ये सब खेल खेल रहे हैं।" कांग्रेस ने भी सैम पित्रोदा के बयान से दूरी बना ली है।
सैम पित्रोदा का एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें उन्होंने अमेरिका में इनहेरिटेंस टैक्स के बारे में बात की। इस वीडियो से आक्रोश फैल गया और सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने कांग्रेस पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उसने भारत को नष्ट करने का फैसला कर लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि सैम पित्रोदा की राय पार्टी की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करती है।
सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो में पित्रोदा को ये कहते हुए सुना गया, "अमेरिका में विरासत कर लगता है। तो अगर मान लें कि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 प्रतिशत ही अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55 प्रतिशत सरकार हड़प लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है। भारत में आपके पास वह नहीं है। यदि किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता...तो ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को बहस और चर्चा करनी होगी।"
उन्होंने आगे ये भी कहा, "मुझे नहीं पता कि दिन के अंत में निष्कर्ष क्या होगा लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण के बारे में बात करते हैं तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात कर रहे हैं जो लोगों के हित में हैं न कि केवल अति अमीरों के हित में।" हालांकि, बाद में पित्रोदा ने कई पोस्ट में अपनी सफाई भी दी और आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका में विरासत कर पर एक व्यक्ति के रूप में मैंने जो कहा, उसे गोदी मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया है ताकि प्रधानमंत्री कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में जो झूठ फैला रहे हैं, उससे ध्यान भटका सके। मंगल सूत्र और सोना छीनने पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी बिल्कुल अवास्तविक है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था। क्या मैं तथ्यों का उल्लेख नहीं कर सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी। इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है...किसने कहा कि 55 प्रतिशत छीन लिया जाएगा? किसने कहा कि भारत में ऐसा कुछ होना चाहिए? बीजेपी और मीडिया क्यों घबराई हुई है?"