Himachal Pradesh: राज्य में बीते दिनों हुए राज्यसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन को जीता दिया। इसके बाद से कयास लगने शुरु हो गए थे, जल्द ही कांग्रेस नीत सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अपना बहुमत खो देगी और सरकार गिर जाएगी। फिर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुक्खू कैबिनेट से इस्तीफे का ऐलान कर दिया और कहा कि वो आगे अब सरकार में काम नहीं कर पाएंगे।
लेकिन इस दौरान हाईकमान की ओर से भेजे गए दूत यानी कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी. शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करते हुए सभी को समझाया। फिर, रात-रात होते विक्रमादित्य ने अपना फैसला वापस लिया और इस्तीफे की बात से इनकार किया।
फिलहाल हिमाचल प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री की कुर्सी दोनों सुरक्षित है। एक कमेटी गठित होगी जो सरकार के महत्वपूर्ण फैसले लेने में मदद करेगी और मुख्यमंत्री के मंत्रालयों में कटौती की जाएगी। इस संजीवनी की एक समय सीमा है। माना जा रहा है कि इसलिए 6 विधायकों को अयोग्य घोषित किया है।
लेकिन, इस बीच पीसीसी मुखिया प्रतिभा सिंह ने कहा, "हम पहले से हाईकमान और प्रदेश के मुखिया को कह रहे थे कि परिवर्तन करें और संगठन-सरकार में सामंजस्य बनाएं। उन्होंने ये भी बताया कि ऐसा नहीं हुआ और यह नौबत आ पड़ी। फिर आगे उन्होंने आगे कि राज्यसभा चुनाव 2024 में जो हुआ, उससे वो दुखी हैं और आगे लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी"।
अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि मौजूदी कबीना मंत्री विक्रमादित्य सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा अभी जो बात बाहर निकल के आ रही है, उसके मुताबिक कांग्रेस के छह विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बावजूद, 9 एमएलए भाजपा के संपर्क में है। इससे साफ होता है कि अभी भी हिमाचल प्रदेश में ठीक नहीं है। भले ही सरकार अस्थायी तौर पर गिरने से बच गई हो। सूत्रों के हवाले से इस बात की पूरी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि सरकार आने वाले दिनों में गिर जाएगी।
अब वो स्थिति पैदा होने वाली नहीं हैहिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने शनिवार को कहा, 80 फीसदी कांग्रेस मजबूत है और 20 फीसद में नाराजगी है। उन्होंने आगे कहा कि इसे भी जल्द ही बात कर सुलझा लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, "यह उनकी जिम्मेदारी है कि सभी से बात करें और सभी की नाराजगी को दूर करें। अभी भाजपा के क्रॉस वोटिंग के कारण हौसले बुलंद हैं, लेकिन हम भी इस ओर काम कर रहे और आगे ऐसी ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी"।