लाइव न्यूज़ :

कुलगाम में आतंकियों ने प्रादेशिक सेना के जवान को अगवा किया, परिजन बोले- छोड़ दो नौकरी छुड़वा देंगे

By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 03, 2020 4:05 PM

मिली जानकारी के अनुसार, टीए में कार्यरत शाकिर मंजूर ईद-उल-जुहा के मुबारक मौके पर छुट्टी लेकर गत सप्ताह ही अपने घर आया था। वह शोपियां में तैनात था जबकि उसका घर कु़लगाम में है।

Open in App
ठळक मुद्देअगवा जवान के परिजनों ने आतंकियों से उसकी रिहाई की अपील करते हुए कहा है कि वह उसकी नौकरी छ़ुड़वा देंगे।गत शाम को जब वह अपनी मारुति कार जेके22बी-3968 में वापस अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए रवाना हुआ।लोगों ने सड़क पर कुछ धुआं उठता देखा। जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें वहां आग की लपटों में घिरी कार नजर आयी।

जम्मूः कुलगाम में आतंकियों ने प्रादेशिक सेना (टीए) के जवान को अगवा कर लिया है। सुरक्षाबलों ने उसे आतंकियों की चंगुल से मुक्त कराने के लिए कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग के विभिन्न हिस्सों में तलाशी अभियान चला रखा है।

इस बीच, अगवा जवान के परिजनों ने आतंकियों से उसकी रिहाई की अपील करते हुए कहा है कि वह उसकी नौकरी छ़ुड़वा देंगे। यहां मिली जानकारी के अनुसार, टीए में कार्यरत शाकिर मंजूर ईद-उल-जुहा के मुबारक मौके पर छुट्टी लेकर गत सप्ताह ही अपने घर आया था। वह शोपियां में तैनात था जबकि उसका घर कु़लगाम में है।

गत शाम को जब वह अपनी मारुति कार जेके22बी-3968 में वापस अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए रवाना हुआ। देर रात गए रबंहामा में स्थानीय लोगों ने सड़क पर कुछ धुआं उठता देखा। जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें वहां आग की लपटों में घिरी कार नजर आयी। ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने का प्रयास करते हुए पुलिस को सूचित किया।

पुलिस और सेना के जवान भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जब छानबीन की तो पता चला कि कार मुजफ्फर मंजूर की है। कार के मालिक का पता लगाया गया। पता चला कि कार टीए का जवान शाकिर मंजूर चला रहा था। उसकी बटालियन में संपर्क किया गया तो पता चला कि वह तो वापस पहुंचा ही नहीं है। पुलिस को अपने तंत्र से पता चला है कि शाकिर मंजूर का आतंकियों ने अपहरण कर लिया है।

पुलिस ने शाकिर को आंतकियों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एक तलाशी अभियान चला रखा है। संबधित सूत्रों ने बताया कि रंबहामा के साथ सटे जिला शोपियां और जिला अनंतनाग के गांवों में भी तलाशी ली जा रही है। जिस जगह कार मिली है, उसके आसपास के खेतों और बागों के ऊपर ड्रोन भी उड़ाया जा रहा है। खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। अलबता, अभी तक अगवा जवान का कोई सुराग नहीं मिला था।

जानकारी के लिए आतंकियों ने इससे पहले जून 2018 में बकरीद पर घर आ रहे पुंछ निवासी जवान औरंगजेब का दक्षिणी कश्मीर के शादीमर्ग इलाके से अपहरण कर लिया था। बाद में जवान की हत्या कर दी थी। इसी तरह शादी के सिलसिले में घर गए लेफ्टिनेंट उमर फैय्याज की आतंकियों ने नौ मई, 2017 को अपहरण करने के बाद हत्या कर दी थी। हत्या से पहले उसे काफी यातनाएं दी गई थीं। इन दो घटनाओं के अलावा एसपीओ, पुलिसकर्मियों और जवानों के अपहरण की और भी कई घटनाएं हुई हैं।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरआतंकवादीश्रीनगरगृह मंत्रालयगिरीश चंद्र मुर्मू
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपहली बार CAA के तहत 14 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपे गए, गृह मंत्रालय ने दी जानकारी

भारतकश्मीरी विस्थापितों द्वारा कम मतदान करने से निराश हुई BJP, अब बारामुल्ला व अनंतनाग में लगाया ऐड़ी-चोटी का जोर

भारतLok Sabha Elections 2024: "राहुल बाबा, ममता दीदी, आप हमें कितना भी डरा लें, पीओके हमारा है और हम उसे लेकर रहेंगे", अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली में कहा

भारत"जम्मू-कश्मीर में रहने वाले लोगों से अपनी तुलना कर रहे PoK में रहने वाले लोग": कोलकाता में बोले जयशंकर

भारत'डिजिटल अरेस्ट' से जुड़े मामलों को लेकर गृह मंत्रालय का अलर्ट! साइबर अपराधियों से सावधान रहने की चेतावनी दी

भारत अधिक खबरें

भारतब्लॉग: मानव सेवा की विरासत को समृद्ध कर गए शहीद काले

भारतनहीं रहीं जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल, कैंसर से हुआ निधन

भारतब्लॉग: मोदी और राहुल की प्रचार शैली एकदम विपरीत

भारतLok Sabha Elections 2024: "मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी की पूर्ति", अनुराग ठाकुर ने सीएए शुरू होने पर बांधे पीएम मोदी की तारीफों के पुल

भारतबेंगलुरु येलो अलर्ट पर, पूरे हफ्ते भारी बारिश से शहर तरबतर रहेगा