नई दिल्ली: भारत में ओमीक्रोन सबवेरिएंट बीए.4 का पहला मामला सामने आया है। यह केस हैदराबाद में पाया गया है और आईएनएसएसीओजी (INSACOG) ने इसकी पुष्टि की है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, कोरोनावायरस का यह स्ट्रेन, BA.2 सबवेरिएंट की तरह है।
नए ओमीक्रोन बीए.4 सबवेरिएंट का पहला मामला तेलंगाना, हैदराबाद से सामने आया। कथित तौर पर, नमूना एक अफ्रीकी नागरिक में मिला है जो हैदराबाद हवाई अड्डे पर भारत आया था। व्यक्ति से सैंपल की सीक्वेंसिंग करने पर पता चला कि उसके पास BA.4 ओमीक्रोन वेरिएंट था।
INSACOG से जुड़े वैज्ञानिकों ने बताया कि BA.4 सबवेरिएंट का विवरण इन्फ्लूएंजा वायरस और कोरोनावायरस के जीनोमिक डेटाबेस - GISAID पर 9 मई को दर्ज किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि BA.4 ओमीक्रोन वेरिएंट के यादृच्छिक मामले पिछले कुछ दिनों में देश के अन्य शहरों में पाए जा सकते हैं।
नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल से जुड़े अधिकारी की ओर से यह जानकारी दी गई है कि आने वाले दिनों में कोरोना के मामलों में ज्यादा उछाल की उम्मीद नहीं है और इस बात की संभावना बहुत कम है कि गंभीर COVID-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी से वृद्धि हो
BA.4 SARS-CoV-2 के ओमिक्रॉन संस्करण का एक उप-संस्करण है। यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने इसे BA.5 वैरिएंट के साथ चिंता का एक वेरियंट घोषित किया है। ओमाइक्रोन का यह नया वैरिएंट पहली बार दक्षिण अफ्रीका में जनवरी 2022 में पता चला था।
जर्मनी, बोत्सवाना, डेनमार्क में BA.4 और BA.5 ओमीक्रोन वेरिएंट के मामले पाए गए हैं। यह वायरस कई यूरोपीय देशों के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में भी फैल रहा है। अब तक कम से कम 16 देशों ने BA.4 के लगभग 700 मामले दर्ज किए हैं।