मुंबई, 17 नवंबर एक विशेष पीएमएलए अदालत ने मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाजे को धन शोधन के एक मामले में बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसी मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी आरोपी हैं।
मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने आरोपपत्र में वाजे को एक आरोपी के रूप में दिखाया था, लेकिन इस मामले में वाजे को कभी गिरफ्तार नहीं किया। एक पेशी वारंट के तहत वाजे को धन शोधन मामले में विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे के समक्ष पेश किया गया।
धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत मामलों की सुनवाई करने वाली अदालत ने 49 वर्षीय पूर्व सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हालांकि, मामले के पांच अन्य आरोपियों को अदालत ने अंतरिम जमानत दे दी।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा 100 करोड़ रुपये की रिश्चत का आरोप लगाए जाने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामला दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने देशमुख और अन्य के खिलाफ धन शोधन का मामला शुरू किया था। मामले में कथित भूमिका के लिए ईडी द्वारा इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किए गए देशमुख (71) वर्तमान में न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।
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