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चारा घोटालाः ऑडियो वायरल के बाद बढ़ सकती हैं लालू यादव की मुश्किलें, बिहार के विधायकों की खरीद-फरोख्त पर याचिका

By एस पी सिन्हा | Updated: November 26, 2020 20:20 IST

चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की कल यानी 27 दिसंबर को दुमका कोषागार से अवैध निकासी को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई है.

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ठळक मुद्देमोबाइल के जरिये बिहार के विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा है.लालू प्रसाद यादव के वायरल ऑडियो के कारण राजनीति गर्मायी हुई है. चारा घोटाले से संबंधित पांच मामले झारखंड में चल रहे हैं.

रांचीः संयुक्त बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल में रहते हुए मोबाइल के जरिये बिहार के विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा है.

इसको लेकर रांची हाईकोर्ट में आज लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक जनहित याचिका दाखिल की गई है. उनके खिलाफ जेल मैनुअल उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. यह याचिका उनकी जमानत की सुनवाई से एक दिन पहले कोर्ट में दाखिल की गई है.यहां बता दें कि चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की कल यानी 27 दिसंबर को दुमका कोषागार से अवैध निकासी को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई है.

उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद यादव के वायरल ऑडियो के कारण राजनीति गर्मायी हुई है. इस मामले को लेकर एक पर एक खुलासे किये जा रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चारा घोटाले से संबंधित पांच मामले झारखंड में चल रहे हैं. जिसमें से चार मामलों में सीबीआई कोर्ट ने उन्हें सजा सुना दी है. पांचवा मामला भी डोरंडा कोषागार से संबंधित है और इसकी सुनवाई अभी सीबीआई कोर्ट में चल रही है.

तीन मामले में हाईकोर्ट ने जमानत दे दी

जिन चार मामलों में लालू प्रसाद यादव को सजा मिली है उसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की है और इसमें तीन मामले में हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है. इसबीच भाजपा विधायक को कॉल करने पर लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भाजपा भी रांची हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की है.

भाजपा ने लालू प्रसाद यादव को होटवार जेल भेजने की मांग की है. पीआईएल दाखिल करने को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायवाल ने कहा है कि लालू के फोन मामले में भाजपा रांची हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करेगी.

इस संबंध में अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि भाजपा नेता अनुरंजन अशोक की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव जेल में रहते हुए मोबाइल फोन से बिहार के विधायकों को सत्ता का लोभ देते हुए नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. यह जेल मैन्युअल का खुला उल्लंघन है.

अधिवक्ता राजीव कुमार ने कहा कि इससे पहले भी हाई कोर्ट के कई आदेश हैं, जिनमें रिम्स के कॉटेज को राजनीतिक कैदियों द्वारा ऐशगाह बनाए जाने पर संज्ञान लिया गया था. अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि अगर किसी राजनीतिक कैदी को कई तरह की बीमारियां हैं तो उसके इलाज के लिए जेल में ही अस्थायी व्यवस्था की जा सकती है.

उन दिनों रिम्स के कॉटेज में रहने वाले कई राजनीतिक कैदियों को हाई कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा गया था. याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता हैं और लगातार दो साल से रिम्स के पेइंग वार्ड और अब रिम्स निदेशक के बंगले में अपना इलाज करा रहे हैं.

इस दौरान सेवादार सहित अन्य सुविधाएं मिली हैं

इस दौरान उन्हें सेवादार सहित अन्य सुविधाएं मिली हैं, जो राज्य सरकार और जेल अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है. ऐसे में हाई कोर्ट को अपने आदेश के आलोक में स्वतः संज्ञान लेना चाहिए. इधर, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष चुनाव के लिए विधायकों को लालू प्रसाद यादव के कॉल करने का ऑडियो वायरल होने के बाद बिहार से लेकर झारखंड में राजनीति तेज हो गई है.

फजीहत के बाद झारखंड जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है. जेल आईजी ने रांची डीसी और एसएसपी के साथ ही रांची जेल के अधीक्षक को भी कहा कि जो मीडिया में ऑडियो चल रहा है, उसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए.

यह भी कहा गया है कि यह सुरक्षा के मामले में लापरवाही ठीक नहीं है, सुरक्षा में तैनात जवानों को भी कहा गया है कि बिना अनुमति कोई भी लालू से मिल नहीं पाए. वहीं, जिस शख्स के नाम पर मोबाइल का सिम बताया जा रहा है कि वह इरफान अंसारी है.

इरफान लालू के सेवादार के साथ-साथ पार्टी में महासचिव के पद पर भी

इरफान लालू के सेवादार के साथ-साथ पार्टी में महासचिव के पद पर भी है. ऑडियो वायरल होने के बाद वह फरार हो गया है. उसने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया है. सुबह के नास्ते से लेकर दोपहर और रात के खाने की जिम्मेवारी सहित लालू से जुडे़ कई कार्य अंसारी ही करता था. ये शख्स लालू के साथ साए की तरह रहता है. 

यहां बता दें कि लालू यादव के वायरल ऑडियो में बीजेपी के नेता को मंत्री पद दिलवाने का प्रलोभन देने का मामला सामे आया है, जिसके बाद से सियासत गर्माई हुई है और इस ऑडियो की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है. लालू प्रसाद यादव ने सीधे कॉल किया और कहा ‘’जीत के लिए पासवान जी बधाई, विधायक प्रणाम कर रहे हैं.

उसके बाद लालू प्रसाद यादव बोल रहे हैं कि सुनो हमलोग तुमको आगे बढ़ाएंगे. कल जो स्पीकर का चुनाव है, उसमें साथ दो. कल हमलोग इसको गिरा देंगे. तुम साथ दो. इस पर विधायक कहते हैं कि हम तो पार्टी में हैं सर. इस पर लालू प्रसाद यादव कहते हैं कि तुम गैर हाजिर हो जाओ, बोल देना की कोरोना हुआ है. इसके बाद तो स्पीकर हमारा होगा तो हम देख ही लेंगे.’’

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