नई दिल्ली, 17 अगस्तः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और 'भारत रत्न' अटल बिहारी वाजपेयी का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
इससे पहले दोपहर डेढ़ बजे तक लोग अपने चहेते नेता का अंतिम दर्शन किया। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा निकली, जो विजयघाट के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंची। अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा के मद्देनजर 25 सड़के रोकी गई हैं और 20 हजार सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम एम्स में अपनी आखिरी सांस ली। इस बात की जानकारी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर दी। बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। भारत सरकार के साथ-साथ कई राज्य सरकारों भी सात दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब सहित कई राज्यों ने एक दिन की सरकारी छुट्टी का ऐलान किया गया है।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे। इसके अलावा तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर भी सुशोभित हुए। अटल जी अपनी सात्विक राजनीति और संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं। उनके भाषणों का ऐसा जादू कि लोग सुनते ही रहना चाहते हैं। वाजपेयी ने तबीयत के चलते कई साल पहले सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था।