पटना:बिहार की राजधानी पटना में सोमवार से मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया। ऐसे में कहा जाए तो पटनावासियों के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण रहा, जिसका लोगों को वर्षों से इंतजार था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर प्राथमिक कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कॉरिडोर वन के तहत पटना जंक्शन सहित छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग की आधारशिला भी रखी।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नविन सहित कई मंत्री भी मौजूद रहे। उद्घाटन के साथ ही पटना मेट्रो की पहली ट्रेन में सफर करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आनंद उठाया।
पहली ट्रेन आईएसबीटी से चली और भूतनाथ तक जाएगी। अभी सिर्फ तीन डिब्बों (कोच) वाली मेट्रो ट्रेन का परिचालन किया गया है और सिर्फ तीन स्टेशनों के बीच ही मेट्रो ट्रेन चलेगी। इस ट्रेन में 138 लोग बैठकर जा सकते हैं। वहीं 945 लोग मेट्रो में खड़े होकर सफर कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, 4.50 किलोमीटर एलिवेटेड ट्रैक पर मेट्रो दौड़ेगी। जो तीन स्टेशनों आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ रोड के बीच संचालित होगी। शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (पीएमआरएल) की तरफ से परिचालन की पूरी तैयारी कर ली गई थी।
मेट्रो के कोच को मधुबनी पेंटिंग से खास तौर पर सजाया गया है, जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है। कोचों में गेट, खिड़कियों और अंदरूनी हिस्सों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप और नालंदा के खंडहर जैसे बिहार के विश्वप्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के आकर्षक स्टिकर लगे हैं।
आइएसबीटी से जीरो माइल का किराया 15 रुपये, वहीं न्यू आइएसबीटी से भूतनाथ मेट्रो स्टेशन का किराया 30 रुपये तय किया गया है। यानी पटना मेट्रो का फिलहाल न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम किराया 30 रुपये रहेगा। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए हर मेट्रो कोच में 360-डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
आपात स्थिति के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इमरजेंसी में बटन दबाने पर यात्री सीधे मेट्रो रेल के ड्राइवर से बात कर सकेंगे और सीसीटीवी फुटेज भी कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी। अभी इसका परिचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा। हर 20 मिनट के अंतराल पर प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो मिलेगी। रोजाना मेट्रो 40 से 42 फेरे लगाएगी।
पटना मेट्रो को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। 2013 में उन्होंने इसकी योजना बनाई और 11 जून को कैबिनेट ने डीपीआर तैयार करने की मंजूरी दी। जून 2014 में प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिली जो 5 चरणों में प्रस्तावित है। 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी और आखिरकार आज पहली मेट्रो ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगी है. अब लोग इसमें सफर करने को उत्साहित नजर आ रहे हैं।