दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दे पर अपनी नियोजित भूख हड़ताल को लेकर मीडिया से कहा, ''पुलिसवाले कह रहे हैं कि उनके पास ऊपर से आदेश है कि हमें भूख हड़ताल पर न बैठने दें। मैं अपराधी नहीं हूं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली पुलिस सहयोग नहीं कर रही है।''
बता दें कि स्वाति मालीवाल सोमवार (2 दिसंबर) को ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे यौन अपराधों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि वह आमरण अनशन पर बैठेंगी।
स्वाति मालीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा था, ''मोदी जी को पत्र। मैं आमरण अनशन करूंगी जब तक वो अपने वादे पूरा न करते। देश में पुलिस के संसाधन जवाबदेही बढाई जाए एंड फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं। दिल्ली पुलिस को 66,000 पुलिसकर्मी तुरंत दिए जाएं और 45 फास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हो। दोषी को हर हाल में और तुरंत सजा दो!''
स्वाति मालीवाल ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में हैदराबाद की महिला डॉक्टर की गैंगरेप के बाद जलाकर की गई हत्या और राजस्थान की एक छात्रा के साथ हुए बलात्कार की वारदात का जिक्र करते हुए बलात्कारियों को 6 महीने फांसी देने की मांग की थी। उन्होंने लिखा कि सभी कानूनों में संशोधन कर बलात्कारी को फांसी देने की समय सीमा 6 महीने तय की जाए।
पत्र में स्वाति मालीवाल ने निर्भया फंड का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि सालों पहले बने निर्भया फंड का आज तक कोई ठोक इस्तेमाल नहीं हुआ।