महाराष्ट्र और बिहार उन राज्यों में आते हैं जिनकी पार्टी-प्रणाली टुकड़ों-टुकड़ों में बंटी हुई है. यहां भाजपा ने दिखाया है कि वह न केवल छोटे-छोटे टुकड़ों की राजनीतिक निष्ठाओं को प्रभावित कर सकती है, बल्कि बड़े दलों का नक्शा भी बिगाड़ने की क्षमता रखती है ...
पूरी दुनिया की नजरें चंद्रयान मिशन-3 पर हैं, क्योंकि भारत चांद के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला है, जहां पर अब तक दुनिया का कोई देश नहीं पहुंचा है. ...
आज हम मजहब के नाम पर तमाम रूढ़ियों से जकड़े हुए हैं, पर एक बार आदिवासियों की धार्मिक आस्थाओं और उनके दर्शन को जानने का प्रयास कीजिए, पता लगता है कि वे हमसे बहुत आगे हैं, फिर स्वतंत्र भारत में हम उन्हें मुख्य धारा में क्यों शामिल नहीं करना चाहते? ...
उद्योग मंत्रालय के अनुसार, भारत सबसे बड़ा दोपहिया वाहन निर्माता है. ऑटोमोबाइल उद्योग का लक्ष्य अगले साल तक अपना कारोबार दोगुना कर 15 लाख करोड़ रु. तक पहुंचाने का है. दूसरे शब्दों में, सड़कों पर बहुत अधिक वाहन होंगे। ...
राष्ट्रीय राजनीति की बात करें तो दो ही दीर्घजीवी और सफल गठबंधन रहे हैं: भाजपानीत एनडीए और कांग्रेसनीत यूपीए। यह एनडीए का रजत जयंती वर्ष है तो मोदी सरकार को तीसरे कार्यकाल से वंचित करने के लिए अब विपक्ष नया गठबंधन बनाने में जुटा है। ...
संविधान का अनुच्छेद-44 समान नागरिक संहिता बनाने का निर्देश देता है। कोई भी व्यक्तिगत कानून अंतर-धार्मिक विवाह की अनुमति नहीं देता है, इसलिए संसद ने विशेष विवाह अधिनियम, 1954 बनाया, यह सही मायने में विवाह के लिए एक समान नागरिक संहिता है... ...
वैज्ञानिकों को लुभाने की सरकार की अनेक कोशिशों के बावजूद देश के लगभग सभी शीर्ष संस्थानों में वैज्ञानिकों की कमी बनी हुई है। वर्तमान में देश के 70 प्रमुख शोध-संस्थानों में 3200 वैज्ञानिकों के पद खाली हैं। बेंगलुरु के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान पर ...