22 जनवरी 2024 यह कैलेंडर की एक तारीख मात्र नहीं है। अयोध्या में भगवान राम के ‘भव्य, दिव्य मंदिर’ की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही यह तारीख, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है, ‘नये इतिहास-चक्र की भी शुरुआत’ है। ...
ऐसे समय में, जबकि बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के बीच दुनियाभर में हरित ऊर्जा की ओर बढ़ने की अधिकाधिक जरूरत महसूस की जा रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक करोड़ घरों की छतों (रूफटॉप) पर सोलर पैनल लगाए जाने की घोषणा निश्चित रूप से एक प्रशंसनीय कदम है। ...
भगवान राम भारतीय जनमानस ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने में व्याप्त हैं। दुनिया के विभिन्न देशों में स्थापित राम मंदिर तथा मिले पुरातात्विक अवशेष इस बात के प्रमाण हैं कि भगवान राम की व्याप्ति भारत की सीमा से भी परे रही है और आज भी है। ...
भारत के सामूहिक मानस का यही बदलाव आज समझने की आवश्यकता है। अगर आप थोड़ी सूक्ष्मता से विचार करेंगे तो ऐसा लगेगा कि संपूर्ण अयोध्या भारतमय है, राममय है और संपूर्ण भारत इस समय अयोध्यामय और राममय हो गया है। अयोध्या के भारतमय, राममय और भारत के राममय होने ...
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन से पहले आध्यात्मिक यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी तमिलनाडु के अरिचल मुनाई पहुंचे। माना जाता है कि अरिचल मुनाई ही वह स्थान है, जहां रामसेतु का निर्माण हुआ था। ...
1897 में आज ही के दिन कटक में धर्मपरायण माता प्रभावती देवी और वकील पिता जानकीनाथ बोस के पुत्र के रूप में जन्मे सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व व कृतित्व में बचपन से ही वीरता व बुद्धिमत्ता का मणिकांचन संयोग था। ...