उत्तर भारत और अन्य समीपवर्ती राज्यों में व्यापारियों, अधिकारियों और मिलावटखोरों का एक मजबूत गठजोड़ सक्रिय है जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक मावा (मिठाई बनाने के लिए) जैसे नकली कच्चे माल को आसानी से उपलब्ध कराता है। ...
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकाशित एक प्रमुख नई रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के विभिन्न देशों की सरकारें 2030 में ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए निर्धारित अधिकतम सीमा से लगभग 110% अधिक जीवाश्म ईंधन का उत्पादन करने की ...
प्रदूषण भरी धुंध की मोटी चादर इस वक्त कई शहरों पर चढ़ी हुई है जिसमें दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सबसे अव्वल है जहां का एक्यूआई लेवल गंभीर स्थिति से भी ऊपर जा चुका है। ...
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया: अर्थात सभी सुखी रहें, सभी रोगमुक्त रहें, प्राचीन काल से ही यह श्लोक स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र का मूल बना हुआ है. स्वास्थ्य सिर्फ बीमारियों का न होना ही नहीं है, बल्कि यह भोजन, सुरक्षा, शुद्ध जलापूर्ति, आवास, साफ ...
यहां तक कि अनेक निजी अस्पताल मरीज के गंभीर होने पर उसे सरकारी अस्पताल में भेज देते हैं। इस स्थिति के चलते सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बनना समस्याएं खड़ी होना स्वाभाविक है। ...
महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की किल्लत का मुद्दा निश्चय ही बहुत गंभीर है। बीते मंगलवार की सुबह तक नांदेड़ के अस्पताल में 31 और छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी अस्पताल में 18 मरीजों की मौत हो चुकी थी। ...