दुनिया के अधिकतर प्रजातांत्रिक देशों में भ्रष्टाचार से लड़ने के सरकार के तरीके असफल रहे हैं. ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की हाल की रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया के 180 मुल्कों में 78 वें स्थान पर है ( ...
राजनीति की फैक्टरी में वैमनस्यता और लंपटवादिता का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है. यह गलती न तो केवल राजनीतिक दलों के नेता की है और न ही ‘नेताओं की नई पौध की’ जो डॉक्टर को मार कर या पुलिस वाले को सत्ता के नाम पर डरा कर या भ्रष्टाचारी समझौता कर समाज में ‘र ...
‘चमकी’ बुखार (एक्यूट इनसेफेलाइटिस सिंड्रोम) से सौ से ज्यादा बच्चे काल के काल में समा चुके हैं. झगड़ा इस बात पर है कि बच्चे लीची खाने से मर रहे हैं जैसा सूबे के एक मंत्नी ने अपने विभाग के डॉक्टरों के साथ मिलकर दावा किया है या यह एक बीमारी है जिसकी रोक ...
विकास का भरोसा, विकास और विकास के अहसास से पैदा हुई जन-संतुष्टि ये तीनों अलग-अलग लेकिन एक-दूसरे पर आधारित चरण हैं. नरेंद्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्नी बना कर जनता ने यह सिद्ध कर दिया कि मोदी पर पांच साल बाद भी भरोसा है. ...
दुर्भाग्य से 70 साल के बाद भी लगभग एक दर्जन फैसले और दो प्रमुख आयोगों के गठन के बावजूद यह स्पष्ट रूप से व्याख्यायित नहीं है कि त्रिशंकु लोकसभा (या राज्य की विधानसभा) की स्थिति में किस क्रम से दल या दल-समूह को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना होगा. ...
सुप्रीम कोर्ट को इन दो विरोधाभासी नियमावलियों में बिहार सरकार की सदाशयता दिखी. सरकार की दलील को द्वि-सदस्यीय पीठ ने फैसले में मूल आधार मानते हुए कहा कि बचे पैसे से नए स्कूल खोले जा रहे हैं, अध्यापक-छात्र अनुपात बढ़ाया जा रहा है. ...