लाइव न्यूज़ :

कुछ देश सुरक्षा संबंधी उद्देश्य पाने के लिए साइबर क्षेत्र में विशेषज्ञता का लाभ उठा रहे : श्रृंगला

By भाषा | Updated: June 29, 2021 20:14 IST

Open in App

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, 29 जून भारत ने मंगलवार को कहा कि कुछ देश अपने राजनीतिक और सुरक्षा से संबंधित उद्देश्यों को पाने के लिए साइबर क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाह रहे हैं और सीमापार आतंकवाद के आधुनिक प्रारूपों में संलिप्त हैं।

‘अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा: साइबर सुरक्षा’ विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए विदेश सचिव हषवर्धन श्रृंगला ने यह भी कहा कि दुनियाभर में आतंकवादी अपने दुष्प्रचार को फैलाने, नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने, युवाओं की भर्ती करने तथा धन उगाही के लिए साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ देश अपने राजनीतिक तथा सुरक्षा संबंधी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए साइबर क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठा रहे हैं और सीमापार आतंकवाद के समकालीन प्रारूपों में संलिप्त हैं।’’

श्रृंगला ने कहा कि दुनिया भर में स्वास्थ्य तथा ऊर्जा सुविधाओं समेत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संरचनाओं पर हमले के माध्यम से तथा कट्टरता के रास्ते सामाजिक सौहार्द को बाधित करके देश की सुरक्षा के साथ समझौते के लिए साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल होता देखा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद की स्थापना के समय से शांति का अर्थ एक ही है, वहीं पिछले कुछ दशकों में संघर्ष की प्रकृति तथा उसके संसाधन आमूल-चूल तरीके से बदल गये हैं। श्रृंगला ने कहा, ‘‘आज हम सदस्य देशों के सामने साइबर क्षेत्र से उभरते सुरक्षा खतरों को देख रहे हैं, जिन्हें लंबे समय तक अनदेखा नहीं किया जा सकता।’’

श्रृंगला ने कहा कि साइबर क्षेत्र की गतिशील और लगातार विकास की विशेषता ने भी शांति और सुरक्षा के विमर्श में इस क्षेत्र को चर्चा का केंद्र बनाया है। साइबर क्षेत्र की कोई सीमा नहीं होने की प्रकृति तथा इससे भी अधिक महत्वपूर्ण इसमें सक्रिय तत्वों की गुमनामी ने संप्रभुता, न्याय क्षेत्र और निजता की परंपरागत रूप से स्वीकार्य अवधारणाओं को चुनौती दी है। साइबर क्षेत्र की ये अनोखी विशेषताएं सदस्य राष्ट्रों के लिए ऐसी अनेक चुनौतियां पैदा करती हैं।

विदेश सचिव ने कहा, ‘‘हम पूरी दुनिया में आतंकवादियों द्वारा अपनी अपील को विस्तार देने, अपने उग्र दुष्प्रचार को बढ़ावा देने, घृणा तथा हिंसा को उकसाने, युवाओं को भर्ती करने तथा धन की उगाही करने के लिए साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल होते देख रहे हैं। आतंकवादियों ने अपने आतंकी हमलों को अंजाम देने तथा दहशत फैलाने के लिए भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है।’’

उन्होंने कहा कि आतंकवाद के पीड़ित के रूप में भारत ने हमेशा इस बात पर गौर किया है कि सदस्य देश साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए होने के विषय पर और अधिक रणनीतिक तरीके से ध्यान दें और उससे निपटें।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIND Vs SA 2nd T20I: सूर्यकुमार यादव ने दूसरे T20I में हार के बाद खुद पर और शुभमन गिल पर दोष मढ़ा, बोले, 'अभिषेक हमेशा ऐसा नहीं चल सकते'

क्रिकेटIND Vs SA 2nd T20I: मुल्लांपुर में भारत की हार, साउथ अफ्रीका ने 51 रन से जीत के साथ सीरीज 1-1 से बराबर की

क्रिकेटIND vs SA 2nd T20 Highlights: 51 रनों से जीती साउथ अफ्रीका, 162 पर ऑलआउट टीम इंडिया

क्रिकेटIND vs SA 2nd T20: 7 छक्के 5 चौके, क्विंटन डी कॉक के तूफान में उड़े भारतीय गेंदबाज, 90 रनों की शानदार पारी

क्रिकेटIndia vs South Africa 2nd T20I: 48 गेंद, 0 विकेट और 99 रन, जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह पर बरसे अफ्रीकी बल्लेबाज

विश्व अधिक खबरें

विश्वअगर ट्रंप अपनी नीति में बदलाव नहीं करते, तो भारत को खो देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगे?, सांसद सिंडी कमलागर डोव ने कहा- सबसे बेहतर दोस्त...

विश्वडोनाल्ड ट्रंप ने लॉन्च किया 'गोल्ड कार्ड' वीजा प्रोग्राम, अमेरिकी नागरिकता पाने के लिए देने होंगे 10 लाख; जानें क्या है ये

विश्वसोशल मीडिया बैन, 16 साल से बच्चों पर लागू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जल्दी हटाएं नहीं तो 3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुर्माना

विश्वInternational Human Rights Day 2025: 10 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है मानवाधिकार दिवस? जानें क्या है महत्व

विश्वट्रम्प की इससे ज्यादा बेइज्जती और क्या हो सकती है ?