नई दिल्ली/इस्लामाबाद: हिंदुस्तान के अजीम-ओ-शान फिल्मी कलाकार मरहूम दिलीप कुमार का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से आखिरी नाता भी टूटने के कगार पर है।
जी हां, भारत के महान दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार का पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित पैतृक आवास, जिसे पाकिस्तान ने राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर रखा था। हाल की बारिश में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने के बाद लगभग ढहने की हालात में है।
जानकारी के मुताबिक मूसलाधार बारिश ने दिलीप कुमार के उस घर के पुनर्निर्माण और नवीकरण के बारे में खैबर पख्तूनख्वा पुरालेख विभाग के दावों की पोल पूरी तरह से खोल कर रख दी है।
दोनों मुल्कों में वाहिद अभिनेता के तौर पर पहचान रखने वाले दिलीप कुमार का जन्म 1922 में पेशावर शहर के ऐतिहासिक किस्सा ख्वानी बाजार के पीछे मुहल्ला खुदादाद में स्थित घर में हुआ था और 1932 में भारत आने से पहले उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 12 साल वहीं बिताए थे।
दिलीप कुमार के उस घर को पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 13 जुलाई 2014 को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित किया गया था। बहुक सालों बाद जब एक बार दिलीप कुमार अपने उस पुश्तैनी मकान में गये तो इतने भावुक हुए कि उसकी मिट्टी को चूम लिया था।
दिलीप कुमार के उस मकान के संबंध में खैबर पख्तूनख्वा पुरालेख विभाग के हेरिटेज काउंसिल के सचिव शकील वहीदुल्ला खान ने कहा कि पेशावर में हाल की बारिश ने दिलीप कुमार के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है।
उन्होंने कहा, "साल 1880 में बने उनके मकान के लिए पिछली सरकारों द्वारा अनुदान देने का वादा किया गया था लेकिन बावजूद, इस राष्ट्रीय विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया है।
वहीदुल्ला खान ने कहा कि दिलीप कुमार की यह संपत्ति इतनी पुरानी है कि उसका आरक्षण कराना सीधे तौर पर सरकार की जिम्मेदारी है। स्थानीय सामाजिक-राजनीतिक हलकों ने इस राष्ट्रीय संपत्ति को नष्ट होने से बचाने के लिए पुरालेख विभाग के रवैये पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
बताया जा रहा है कि दुनिया भर से खैबर पख्तूनख्वा आने वाले पर्यटक दिलीप कुमार की ऐतिहासिक संपत्ति को जर्जर हालत देखकर बहुत निराश होते हैं। मुहम्मद अली मीर, जो पुरालेख विभाग द्वारा घर का अधिग्रहण करने से पहले इसकी देखभाल कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह बहुत सावधानी से दिलीप कुमार के घर की उचित देखभाल कर रहे थे। लेकिन पुरालेख विभाग द्वारा इसे अपने अधिकार में लेने के बाद घर की हालत ख़राब होने लगी।
मुहम्मद अली मीर ने कहा, "दिलीप कुमार के मन में पेशावर के लोगों के प्रति बहुत प्यार और सम्मान था और दुर्भाग्य से हमारा विभाग उनके घर को ढहने से बचाने के लिए कुछ नहीं कर सका।"
मालूम हो कि हिंदुस्तान के बेहद मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार का 7 जुलाई, 2021 को 98 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गया था।
फिल्मों में किये गये अपने अभियन की बदौलत 'ट्रैजडी किंग' के नाम से पहचान बनाने वाले दिलीप कुमार हमेशा पेशावर शहर को अपने दिल के करीब रखते थे। दिलीप कुमार को पाकिस्तान की सरकार ने साल 1997 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'निशान-ए-इम्तियाज' से सम्मानित किया था।