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चीन: कैदियों की अदला बदली के तहत कनाडा के दो नागरिक रिहा

By भाषा | Updated: September 27, 2021 19:08 IST

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ताइपे, 27 सितंबर (एपी) चीन में 2019 के अंत में हिरासत में लिए गए कनाडा के दो नागरिकों को कैदियों की अदला बदली के तहत स्वास्थ्य आधार पर जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बीजिंग में कनाडाई नागरिकों को रिहा करने और इसके बदले में हुवैई टेक्नोलॉजी की अधिकारी की रिहाई के बीच संबंध को नकारने की कोशिश की। कंपनी की अधिकारी लंबे समय से कनाडा की हिरासत में थीं।

कनाडा के नागरिक माइकल स्पावोर और माइकल कोवरिग को दिसंबर 2019 में हिरासत में लिया गया था। इससे कुछ दिन पहले ही हुवैई की मुख्य वित्त अधिकारी मेंग वांझुओ को कनाडा में अमेरिकी अधिकारियों के आग्रह पर गिरफ्तार किया गया था।

कई देशों ने चीन की कार्रवाई को “ बंधक राजनीति’ बताया था जबकि चीन ने कनाडा पर मनमाने तरीके से उसके नागरिक को हिरासत में लेने का आरोप लगाया था। कनाडा के नागरिकों को एक हजार से ज्यादा दिन जेल में गुजारने पड़े हैं।

वांझुओ ने कनाडा से प्रत्यर्पण की अमेरिका की मांग का विरोध किया था। वह शनिवार को चीन पहुंच गईं। इससे पहले अमेरिका के न्याय विभाग के साथ एक समझौता हुआ था जिसके बाद कैदियों की अदला बदली हुई।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनइंग ने सोमवार को पत्रकारों बताया कि वांझुओ और स्पावोर और कोवरिग के मामले पूरी तरह से अलग अलग प्रकृति के हैं।

हुआ ने कहा कि दोनों व्यक्तियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का संदेह है। स्पावोर एक उद्यमी हैं और उन्हें जासूसी के आरोप में 11 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी।

हुआ ने कहा कि एक चिकित्सा संस्थान के पेशेवरों ने कनाडा के दोनों नागरिकों का परीक्षण किया था जिसके बाद चीन में कनाडा के राजदूत की गारंटी पर उन्हें जमानत पर रिहा किया है।

हुआ ने पत्रकारों के इन सवालों का जवाब नहीं दिया कि क्या कैदियों की रिहाई का आपस में पूरी तरह से कोई संबंध नहीं है और स्वास्थ्य कारण क्या थे?

वांझुओ का अमेरिका संघीय अभियोजक के साथ समझौता हुआ है जिसके तहत उनके खिलाफ लगे धोखाधड़ी के आरोप हटा लिए जाएंगे। इसके बदले में वह ईरान में कंपनी के कारोबार को गलत तरीके से प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी लेंगी।

उनकी चीन वापसी का टीवी चैनल सीसीटीवी पर सीधा प्रसारण किया गया और उन्होंने लाल रंग की चीन के झंडे से मिली जुलती पोशाक पहनी हुई थी। उन्होंने देश के नेता शी चिनफिंग और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का आभार व्यक्त किया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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