(अदिति खन्ना)
लंदन, पांच फरवरी भारत में धनशोधन के आरोपों में वांछित हथियार कारोबारी संजय भंडारी के प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटेन की एक अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान उसकी जमानत नौ अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी।
भंडारी को प्रत्यर्पण वारंट के बाद जुलाई 2020 में गिरफ्तार किया गया था और उसने भारत को प्रत्यर्पण किए जाने को चुनौती दी है।
भंडारी शुक्रवार को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष पेश हुआ।
न्यायाधीश ने पुष्टि की कि इस मामले में पूर्ण सुनवाई पूर्व निर्धारित समय सात और 10 जून के बीच होगी।
मास्क पहने हुए भंडारी अपनी पत्नी के साथ पेश हुए और उसने केवल अपने नाम एवं जन्मतिथि की पुष्टि की।
59 वर्षीय आरोपी के वकील रॉबर्ट बर्ग ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने पिछले महीने के अंत में ही मामले को अपने हाथ में लिया है और ऐसे में उन्हें साक्ष्य पेश करने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता है।
न्यायाधीश ने बचाव साक्ष्य पेश करने के लिए 10 सप्ताह का समय मांगे जाने पर सवाल किया। इस पर बर्ग ने अदालत को बताया कि भंडारी का मुकदमा लड़ रही विधि फर्म ने भुगतान की दूसरी किश्त में असफल रहने के चलते पेशी से इंकार कर दिया क्योंकि भारत में आरोपी की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
न्यायाधीश ने सवाल किया कि सितंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 के बीच की अवधि में क्या कोई तैयारी नहीं की गई?
इसके जवाब में भंडारी के वकील ने दलील दी कि उन्होंने मामले को हाथ में लेने के बाद काफी कार्य किया है जिसमें भारत में जारी कानूनी मामलों और वित्तीय डेटा संबंधी करीब 3000 पन्नों के व्यापक सबूतों का अध्ययन शामिल है।
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