हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। यह विवाह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ये सबसे अनोखी शादियों में से एक है। एक ओर पर्वतराज की कन्या पार्वती थीं तो दूसरी ओर एक ऐसा तपस्वी जिसकी दुनिया बिल्कुल अलग थी। शिव के बारे में कहा जाता है कि वे इतने भोले हैं उन्हें दुल्हे के तौर पर कैसे सजना है, क्या करना है, इसका भी पता नहीं था। ऐसी बारात न कभी पहले निकली थी और अब न कभी निकलेगी।एक मौका तो ऐसा भी आया जब शिव को देख माता पार्वती की मां ने अपनी बेटी का हाथ उन्हें देने से मना कर दिया था। बहरहाल ये शादी हुई। आईए, जानते हैं भगवान शिव और माता पार्वती की शादी से जुड़ी खूबसूरत कथा को.