Mahakal Darshan Shri Mahakaleshwar Jyotirling Ujjain: महाकाल की ऑनलाइन भस्म आरती, 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक तो एक भी सीट खाली नहीं
By बृजेश परमार | Published: December 23, 2023 11:54 AM2023-12-23T11:54:29+5:302023-12-23T11:55:46+5:30
Mahakal Darshan Shri Mahakaleshwar Jyotirling Ujjain: देशभर के श्रद्धालु इन दिनों में उज्जैन आकर बाबा महाकाल की इस दिव्य भस्म आरती में शामिल होने के लिए आतुर है।
Mahakal Darshan Shri Mahakaleshwar Jyotirling Ujjain: ज्योतिर्लिंग श्रीमहाकालेश्वर की विश्व प्रसिद्ध भस्म आरती की साल के अंत से लेकर नए साल की शुरुआत तक ऑनलाइन अनुमति फुल हो गई है। इसके बावजूद देशभर के श्रद्धालु इन दिनों में उज्जैन आकर बाबा महाकाल की इस दिव्य भस्म आरती में शामिल होने के लिए आतुर है।
हर कोई भस्म आरती करना चाहता है। इसलिए सभी अपने स्तर पर वीवीआईपी से लेकर मंदिर के पंडे-पुजारियों तक के संपर्क में है। इसी को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने श्रद्धालुओं के लिए चलायमान भस्म आरती की व्यवस्था पूर्व से ही चालू कर रखी है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने बताया कि रोज तड़के 4 बजे होने वाली बाबा महाकाल की भस्मारती का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। साल 2023 के अंत व नए साल 2024 के शुरुआती के खास दिनों में श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल होने के लिए आतुर है तथा अपने अपने माध्यमों से अनुमति लेने का प्रयास भी कर रहे हैं।
ऑनलाइन भस्म आरती की सभी सीटें पहले से ही फुल चल रही है। 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक तो एक भी सीट खाली नहीं है। अब श्रद्धालुओं के पास ऑफ लाइन अनुमति लेकर ही भस्म आरती में शामिल होने का मौका बचा है। हालांकि यह भी इतना आसान नहीं है। क्योंकि मंदिर प्रबंध समिति प्रतिदिन ऑफलाइन काउंटर से सीमित संख्या में ही अनुमति जारी करती है।
ऐसे में हर किसी को अनुमति मिलना भी संभव नहीं है। साल के अंत व नए साल के दौरान आ रही छुट्टियों में लोग घूमने के लिए उज्जैन आकर महाकाल दर्शन करने, भस्म आरती करने और नया कॉरिडोर देखने का प्लान बना रहे हैं। इसमें दर्शन करने में तो कोई दिक्कत नहीं है। कॉरिडोर भी देख सकते हैं। बस भस्म आरती की अनुमति को लेकर ही मशक्कत करना पड़ रही है।
अनुमति नहीं तो चलित भस्मारती
मंदिर समिति ने आम श्रद्धालुओं के लिए एक ऐसी भी व्यवस्था कर रखी है जिसमें जिन श्रद्धालुओं के पास किसी कारण से पहले से भस्म आरती की अनुमति नहीं है। वे भी अल सुबह मंदिर पहुंचकर लाइन में लगकर चलित रूप से भस्म आरती के दर्शन जरूर कर सकते हैं।
मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल बताते हें कि चलायमान भस्म आरती के श्रद्धालुओं के लिए कार्तिक मंडपम में नया रेंप बनाया गया है। यहां से श्रद्धालू चलते हुए भस्म आरती के स्पष्ट दर्शन कर सकेंगे। दिन के समय पूरे दिन यहां से चलायमान ही श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करवाए जाते हैं।
भस्मारती बुकिंग अभी फुल
आम श्रद्धालु देश-विदेश में कहीं से भी इंटरनेट के जरिए मंदिर समिति की वेब साइट को खोलकर भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग करा सकता है। इसके लिए समिति की इस वेबसाइट https://shrimahakaleshwar.com/bhasmarti पर जाना होगा।
हालांकि अभी आगामी 12 दिन के लिए परमिशन ब्लॉक दिखा रहा है। वेब साइट पर श्रद्धालु एक माह तक की बुकिंग करा सकते है। लेकिन देश भर से आने वाले भक्त लिंक खुलते ही बुक करा लेते है। इसीलिए क्रिसमस की छुट्टी और नव वर्ष पर अधिक संख्या में भक्त भस्म आरती के लिए पहुचेंगे उनके लिए चलित भस्म आरती की व्यवस्था की है।