राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच छिड़ी जंग में सोनिया गांधी के कहने पर भले ही सचिन की कांग्रेस में वापसी के दरवाज़े बंद कर दिये गये हो, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी भी सचिन की पार्टी में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। सूत्रों के अनुसार पर्दे के पीछे से राहुल लगातार यह कोशिश कर रहे हैं कि सचिन को समझा -बुझा कर पार्टी में वापस लाया जाये। राहुल की इस कोशिश की भनक तब लगी जब आज सुबह उन्होंने रणदीप सुरजेवाला को फोन पर निर्देश दिये कि संवाददाता सम्मेलन में हमला करते समय सचिन को लेकर अपना रुख नरम रखें, उन पर सीधे आरोप न लगाये जायें। सुरजेवाला ने भंवर लाल शर्मा और गजेंद्र सिंह शेखावत पर तो तीखा हमला किया लेकिन सचिन से केवल स्थिति साफ़ करने को ही कहा। राहुल की सचिन के प्रति नरमी का बड़ा कारण उनकी पी चिदंबरम से हुयी बातचीत थी, दरअसल चिदंबरम ने कल रात राहुल को सचिन से हुयी बातचीत का ब्योरा देते हुये बताया कि सचिन के तेवर काफ़ी नरम थे। उन्होंने उनको सलाह दी है कि वह पार्टी आलाकमान से बात करें और जो कुछ अब तक किया है उस पर क्षमा मांग ले। चिदंबरम राहुल के कहने पर ही सचिन से लगातार संपर्क बनाये हुये हैं। स्वयं चिदंबरम ने सचिन से हुयी बातचीत की पुष्टि की है।