"लोकतंत्र खतरे में है, संविधान का गला घोंटा जा रहा है", अशोक गहलोत ने केंद्रीय एजेंसियों के 'दुरुपयोग' को लेकर केंद्र पर किया हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 3, 2024 09:50 AM2024-04-03T09:50:09+5:302024-04-03T09:55:21+5:30
अशोक गहलोत ने विपक्षी नेताओं और पार्टियों के खिलाफ ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर बेहद कड़ा हमला बोला।
पाली: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को विपक्षी नेताओं और पार्टियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी और कथित दुरुपयोग को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर बेहद कड़ा हमला करते हुए कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है।
,समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार राजस्थान के पाली से कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार संगीता बेनीवाल के लिए प्रचार करने पहुंचे अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हमारा लोकतंत्र खतरे में है, संविधान का गला घोंटा जा रहा है और लोग परेशान हैं। ईडी, सीबीआई, आयकर का विपक्ष दलों और नेताओं के खिलाफ जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। मौजूदा स्थिति बेहद गंभीर है। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि आज की तारीख में हम किस दौर से गुजर रहे हैं।''
दरअसल ईडी की ओर से विपक्षी नेताओं के खिलाफ की जा रही लगातार छापेमारी, इनकम टैक्स विभाग द्वारा कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को सीज किये जाने को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में भारी आक्रोश है। हालांकि बीते मंगलवार को इंडिया गठबंधन को उस समय राहत मिली, जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली शराब घोटाले में बीते 6 महीने से जेल में बंद राज्यसभा सांसद संजय सिंह को जमानत दे दी।
सु्प्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अगुवाई वाली पीठ ने पहले दिन में संजय सिंह को उत्पाद शुल्क नीति में अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमे की सुनवाई के दौरान जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने शीर्ष अदालत को सूचित किया कि एजेंसी को संजय सिंह को जमानत मिलने पर कोई आपत्ति नहीं है। अदालत ने कहा कि संजय सिंह छह महीने जेल में बिता चुके हैं।
दिल्ली शराब मामले में संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने 4 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था। ईडी के अनुसार संजय सिंह पर अपराध की आय को लूटने के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन बनाने में शामिल होने का आरोप लगाया गया था, जो कि उनके और उनके सह-साजिशकर्ताओं द्वारा रची गई थी।