सुप्रीम कोर्ट के जजों को लगेगा टीकानहीं मिलेगी वैक्सीन चुनने की आजादीकोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में आज मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के जज भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा व पूर्व जज और उनके परिवारों के सदस्यों के लिए टीकाकरण अभियान आज से शुरू हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के 30 जजों में से 29 जज आज वैक्सीन लगवाएंगे, सिर्फ जस्टिस सूर्यकांत टीका नहीं लगवा सकेंगे, क्योंकि उनकी उम्र 59 साल है। गौर करने वाली बात यह है कि जजों को दोनों वैक्सीन्स में अपनी पसंद की वैक्सीन चुनने की सुविधा नहीं होगी। वर्तमान में देश को सभी टीकाकरण केंद्रों पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन ही लगाई जा रही है। बता दें कि भारत में टीकाकरण का आज 41वां दिन है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार तक कोरोना वैक्सीन लेने वालों की संख्या 1 करोड़ 47 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। टीकाकरण के दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और बीमारी से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इस श्रेणी में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के जजों और उनके परिवार वालों को भी गाइडलाइंस के अनुसार टीका लगाया जाएगा। 24 मार्च से सुप्रीम कोर्ट में बंद चल रही फिजिकल सुनवाई को फिर से शुरू करने की तैयारी हो रही है। टीकाकरण के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टीके की पहली खुराक लेने के साथ ही देश में वरिष्ठ नागरिकों और विभिन्न रोगों से पीड़ित 45 से अधिक उम्र के लोगों के लिए सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान का विस्तार हो गया। पीएम मोदी को सोमवार की सुबह एम्स में भारत बायोटेक के स्वदेशी 'कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक दी गई। टीका लगवाने के बाद प्रधानमंत्री ने उन सभी लोगों से टीका लगवाने की अपील की, जो दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत इसकी पात्रता रखते हैं।वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को दूसरे चरण की शुरुआत के साथ ही 4 लाख 27 हजार से अधिक टीके की खुराक लोगों को लगाई गई। मंत्रालय के अनुसार, देश में अब तक टीके की 1.47 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। सोमवार को सुबह नौ बजे को-विन वेबसाइट पर पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद 25 लाख लाभार्थियों ने पंजीकरण करवाया। इनमें से 24.5 लाख सामान्य नागरिक हैं और बाकी स्वास्थ्य कर्मी व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मी हैं।