कई लोग तब सवाल उठा रहे थे 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन की क्या जरूरत, लेकिन संकट में भारत ने आत्मनिर्भरता का रास्ता चुना: पीएम मोदी
By विनीत कुमार | Published: April 27, 2023 02:58 PM2023-04-27T14:58:20+5:302023-04-27T15:15:00+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना काल के दौर में जब वैक्सीन की जरूरत थी तो कई लोग इस सोच के थे कि बाहर के देशों में वैक्सीन बन ही रही है तो फिर भारत को अपनी वैक्सीन बनाने की जरूरत क्या है?
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड काल के दौरान वैक्सीन की जरूरत को लेकर दावा किया कि उस समय 'कुछ लोग सवाल उठा रहे थे कि भारत को वैक्सीन बनाने की आवश्यकता क्यों है?' उन्होंने कहा कि कई पुरानी सोच के कई लोगों का कहना था कि दूसरे देश तो वैक्सीन बना ही रहे हैं तो भारत को भी वह एक न एक दिन मिल ही जाएगा लेकिन भारत ने उस संकट के दौर में आत्मनिर्भरता का रास्ता चुना।
पीएम मोदी ने बुधवार को एक टीवी चैनल के समिट में कहा, 'कुछ लोगों ने सोचा था 'भारत को वैक्सीन बनाने की आवश्यकता क्यों है? हम आखिरकार विदेश से उसे प्राप्त कर ही लेंगे।' उस क्षण में भारत ने आत्मानबीरता का मार्ग चुना और सबसे अच्छा टीका दिया।' उन्होंने लोगों से कहा, 'आप कल्पना करें कि उस समय हम कितने दबाव में थे। दुनिया कह रही है वैक्सीन हमारी ले लो। लोग कह रहे हैं, मुसीबत आ रही है, बिना वैक्सीन मर जाएंगे। टीवी, एडिटोरियल सब भरा पड़ा है, वैक्सीन लाओ..वैक्सीन लाओ और मोदी डटकर खड़ा है। बहुत बड़ा पॉलिटिकल कैपिटल मैंने रिस्क पर लगाया था...सिर्फ और सिर्फ मेरे देश के लिए।'
They pressurised us to buy foreign Vaccine, We were determined in our Aatmanirbhar Mission pic.twitter.com/vGTsCuoxp6
— Political Kida (@PoliticalKida) April 26, 2023
पीएम मोदी ने कहा, 'पता नहीं किस लालच ने कुछ लोगों को विदेशी वैक्सीन की प्रशंसा करने के लिए प्रेरित किया।' इस समिट में पीएम मोदी ने भारत के आर्थिक विकास के बारे में भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, '2 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 60 साल लग गए, लेकिन पिछले 9 वर्षों में हम 3.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गए हैं। परिवर्तन अब जमीन पर दिखाई दे रहा है।'
पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) और बिजली तथा पानी के कनेक्शन जैसी सरकारी योजनाओं ने गरीबों को सुरक्षा का अहसास कराया, जिससे अब देश के विकास को गति मिल रही है। पीएम ने कहा कुछ लोग उनसे नाराज हैं, क्योंकि उन्होंने उनके लिए भ्रष्टाचार करने और पैसे कमाने के रास्ते बंद कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एकीकृत और संस्थागत दृष्टिकोण अपनाया और कोई आधी अधूरी कार्रवाई नहीं की।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिन लोगों को यह विश्वास कराया गया था कि वे देश के विकास पर बोझ हैं, वे आज विकास की नई गाथा लिख रहे हैं।' मोदी ने कहा कि जब जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की गई तो कई लोगों ने उनकी सरकार का मजाक उड़ाया, लेकिन इन्हीं योजनाओं से देश का विकास हो रहा है।