कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने के बाद सेक्स वर्कर्स बेहद कठिनाई से गुजर रहे हैं। इनके सामने जीवन यापन का संकट तो था ही अब मानव तस्करी की समस्या भी खड़ी हो गई है. सेक्स वर्कर्स के लिए काम करने वाली पद्मश्री से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता कृष्णन ने लोकमत से बातचीत में कहा कि लॉकडाउन और कोरोना महामारी से हम किस तरह बाहर निकलेंगे यह कोई नहीं जानता. लेकिन मुझे यकीन है कि व्यावसायिक यौन शोषण के लिए महिलाओं और बच्चों की तस्करी में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी होगी. बता दें कि कोरोना लॉकडाउन की मार दिल्ली के मशहूर रेडलाइट इलाके जीबी रोड पर बेहद भारी पड़ी है.अपनी रंगीनियों के लिए मशहूर दिल्ली की इस बदनाम सड़क पर मौजूद लगभग 100 से ज्यादा कोठे या वैश्यालय 2000 से ज्यादा सेक्स वर्कर्स के लिए जेल बन गए हैं. वैश्यालयों के मालिकों ने तालाबंदी के चलते धंधा बंद कर दिया. जिसके चलते यहां फंसी सेक्स वर्कर्स के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं.