देश के गृहमंत्री अमित शाह ने गोधरा मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान शिव की तरह बीते 18 सालों से इस पीड़ा का विषपान कर रहे हैं। खामोश रहे और विरोधियों के आरोपों पर कुछ नहीं कहा, उसी का नतीजा है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें बेदाग करार दिया है।अमित शाह ने गोधरा विवाद को याद करते हुए कहा कि 'मैंने खुद मोदी जी को बहुत नजदीक से देखा है, इस दर्द को झेलते हुए। न्यायिक प्रक्रिया के कारण वो खामोश रहे विरोधियों द्वारा चलाये जा रहे एजेंडे पर एक शब्द नहीं बोले।गृहमंत्री शाह ने कहा कि इन 18 सालों में विपक्ष ने पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ बेहद गंदा दुष्प्रचार चलाया। लेकिन आज 'सुप्रीम कोर्ट ने विरोधियों के सारे आरोपों को खारिज किया है। आप कह सकतें हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले से यह सिद्ध कर दिया है कि प्रधानमंत्री पर लगाए सभी आरोप राजनीतिक से प्रेरित थे।इसके साथ ही गृमंत्री ने कहा कि 'जिन लोगों ने भी गोधरा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ आरोप लगाए हैं, उनमें अंतरात्मा है तो उन्हें मोदी जी और भाजपा से माफी मांगनी चाहिए।