राशियां, राशिचक्र के उन बारह बराबर भागों को कहा जाता है जिन पर पूरा ज्योतिष शास्त्र आधारित है। हर राशि सूरज के क्रांतिवृत्त यानी ऍक्लिप्टिक पर आने वाले एक तारामंडल से सम्बन्ध रखती है और उन दोनों का एक ही नाम होता है। जैसे की मिथुन राशि और मिथुन तारामंडल। इन राशियों में मेष राशि, वृष राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वॄश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुम्भ राशि और मीन राशि आते हैं। इन बारह तारा समूहों को ज्योतिष के हिसाब से महत्वपूर्ण माना जाता हैं। Read More
मई महीने में तीन ग्रह वक्री हो रहे हैं, जिनमें बृहस्पति, शनि और शुक्र हैं। 13 मई बुधवार को नवग्रहों में छठा ग्रह शुक्र दिन में 12 बजकर 12 मिनट पर अपनी चाल बदलकर वृष राशि में वक्री यानी उलटी चाल चलेंगे। शुक्र इस राशि में 25 जून दिन गुरुवार तक रहेंगे। ...
न्याय के देवता शनिदेव 11 मई को मार्गी से वक्री हो गए हैं. शनिदेव के वक्री होने से कई राशियों के लिए अच्छा तो कई राशियों के लिए नकारात्मक परिवर्तन हो सकता है। अगर आपकी शनि की साढ़े साती या ढैया चल रही है तो आपको शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी उपास ...
शनि 11 मई , सोमवार से अगले 142 दिनों के लिए मार्गी से वक्री हो गए हैं. जब किसी ग्रह की चाल उल्टी होती है तो उसे वक्री कहा जाता है. शनि अपनी ही राशि मकर में वक्री हो गए हैं. वक्री होने के बाद शनि देव 29 सितंबर तक इसी अवस्था में रहने वाले हैं. शनि की च ...