जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है। Read More
यूपी के इलाहाबाद के शिवकुटी कॉलोनी में लोगों के घर के बाहर अनोखे पोस्टर देखने को मिलें हैं। लोगों ने अपने घर के बाहर पोस्टर लगाकर बीजेपी नेताओं को घर से दूर रहने को कहा है। ...
मेरा मंत्रालय पॉक्सो में संशोधन का प्रयास करेगा ताकि 12 साल के कम उम्र के बच्चे - 'बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों के दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया जा सके।' ...