उन्नाव गैंगरेप: पीड़िता ने बताई आपबीती, विधायक के खौफ से छोड़ना पड़ा गाँव, सीबीआई ने कहा- तुम्हें मिलेगा इंसाफ
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 14, 2018 10:06 AM2018-04-14T10:06:03+5:302018-04-14T11:50:08+5:30
उन्नाव गैंगेरप: बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर एवं अन्य पर 17 वर्षीय लड़की के संग सामूहिक बलात्कार का आरोप है।
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने मीडिया को बताया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई के आंतक की वजह से उसे और उसके पिता को अपना पैतृक गाँव छोड़कर दिल्ली में छिपकर रहना पड़ा था। इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार (13 अप्रैल) को भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मामले में सह-अभियुक्त शशि सिंह की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
उन्नाव के माखी गाँव की रहने वाली पीड़िता का आरोप है बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई अतुल सिंह सेंगर एवं अन्य ने चार जून 2017 को सामूहिक बलात्कार किया था। कथित बलात्कार के समय पीड़िता की उम्र करीब 17 साल थी। विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर पर पीड़िता के पिता के संग मारपीट करने का भी आरोप है। मारपीट की घटना के बाद पीड़िता के पिता को बाद में पुलिस ने पीड़िता के पिता को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर लिया था। पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गयी। पीड़िता के पिता की मौत के बाद मामला मीडिया और सोशल मीडिया में तूल पकड़ने लगे जिसके बाद अतुल सिंह सेंगर की गिरफ्तारी हुई। 12 अप्रैल को यूपी पुलिस ने कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ पीड़िता के संग बलात्कार का मामला दर्ज किया गया। कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया (टीओआई) को दिए विशेष इंटरव्यू में उन्नाव गैंगरेप की पीड़िता ने जून 2017 के बाद से अपने और अपने परिवार की आपबीती सुनायी है। पीड़िता ने टीओआई को बताया, "जैसे पापा को मारा था। वो जूता पहन लेता है। और जलते हुए साइकिल के टायर छुआ-छुआ के मारता है। पानी डाल-डाल के मारता है।" पीड़िता ने बताया कि वो और उसके पिता चार जून की घटना के बाद सेंगर के डर की वजह से गाँव छोड़कर दिल्ली आ गये थे। पीड़िता ने बताया कि तीन अप्रैल को उसके पाँच वर्षीय भाई की पिटाई की गयी। पिटाई के बाद विधायक सेंगर ने उसके चाचा से कहा था कि "मैंने उसे प्रसाद दे दिया है, पब्लिक में बोलने का।"
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार पीड़िता अखबार को इंटरव्यू देते समय कई बार सदमे की वजह से बेहोश हो गयी। पीड़िता के अनुसार विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर के आतंक की वजह से वो लोग माखी गाँव से दूर रहते थे। पीड़िता ने बताया कि वो 16 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस के अन्य वरिष्ठ अफसरों से मिली थी और विधायक के खिलाफ बलात्कार की शिकायत की थी। लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता ने टीओआई के बताया कि सीबीआई टीम ने उससे कहा कि "तुम्हारे साथ इंसाफ होगा। सच की जीत होगी।" पीड़िता को निम्न रक्त चाप (लो ब्लड प्रेशर) और मधुमेह (सुगर) की शिकायत है जिसकी दवा चल रही है। जिला प्रशासन ने पीड़िता और उसके परिवार के लिए एक स्थानीय होटल में दो कमरे आरक्षित कराये थे। पीड़िता और उसकी बहन की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस के करीब 50 पुलिसकर्मी तैनात हैं। पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा कि होटल में उन्हें कभी दाल-चावल खाने को मिलता है तो कभी कुछ भी खाने को नहीं मिलता। पीड़िता की बड़ी बहन ने टीओआई से कहा कि उन्हें इन मुश्किलों की चिंता नहीं, वो बस सेंगर को सलाखों के पीछे देखना चाहती हैं।
जानिए उन्नाव गैंगरेप केस जून 7 से अब तक कब-कब क्या-क्या हुआ-
11 जून 2017: एक दिन शुभम नाम के लड़के साथ लड़की अचानक गायब हो गई और ने शुभम पर आरोप लगाया, अवधेश पर केस किया
21 जून 2017: जिसके बाद जांच के बाद पीड़िता पुलिस को मिली
22 जून 2017: मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने बयान में कहा कि उसके साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया है। जो बीजेपी विधायक के समर्थक थे। तीनों आरोपी गिरफ्तार किए गए।
22 जुलाई 2017: पीएम को पीड़िता ने चिट्ठी लिखी और विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाया
30 अक्टूबर 2017:पीड़िता व उसके परिवार पर विधायक समर्थकों ने मानहानि का केस किया, पीड़िता के घरवालोंपर विधायक को रावण बताने वाला पोस्टर लगाने का आरोप
22 फरवरी 2018: उन्नाव जिला अदालत में पीड़िता ने अर्जी दी, जिसमें विधायक पर रेप का आरोप लगाया, उसमें शुभम की मां पर नौकरी के बहाने विधायक के घर ले जाने का आरोप लगाया गया।
03 अप्रैल 2018: कोर्ट से आते समय पीड़िता के परिवार पर हमला, विधायक के भाई ने की मारपीट। पुलिस ने आरोपियों की जगह पीड़िता के पिता पर आर्म्स एक्ट में केस किया।
04 अप्रैल 2018: विधायक समर्थकों पर डीएम से शिकायत के बाद केस दर्ज हुआ, लेकिन पुलिस ने विधायक के भाई पर कोई केस नहीं किया।
04 अप्रैल 2018: पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया गया।
09 अप्रैल 2018: चार दिन बाद सुबह पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई जिसके बाद विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर समेत चार आरोपी गिरफ्तार किये गये।
10 अप्रैल 2018: पीड़िता के पिता के पोस्टमार्टम के बाद हत्या की धारा जोड़ी गई। लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवाले निलंबित किए गए, जांच के लिए एसआईटी का गठन।
11 अप्रैल 2018: उन्नाव गैंगरेप की जाँच के लिए गठित एसआईटी ने रिपोर्ट दी। एसआईटी ने पीड़िता के परिवार पर दबाव और उसके पिता की हवालात में मौत में लापरवाही की बात की।
12 अप्रैल 2018- बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी। विधायक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ ही पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।13 अप्रैल 2018- मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सीबीआई ने हिरासत में लिया।13 अप्रैल 2018- इलहाबाद हाई कोर्ट ने स्वतःसंज्ञान लेते हुए याचिका पर सुनवाई करते हुए कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। हाई कोर्ट ने योगी सरकार से दो मई तक मामले पर प्रगति रिपोर्ट माँगी।