किसान संघ ने रविवार को बयान में कहा, ‘‘एसकेएम की राष्ट्रीय समन्वय समिति पूरे भारत के किसानों से 28 मार्च को पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की दमनकारी कार्रवाई के खिलाफ पूरे भारत के जिलों में विरोध-प्रदर्शन करने का आह्वान करती है।’’ ...
संसद का मानसून सत्र चल रहा है। सोमवार को विपक्ष के भारी हंगामें के बीच सरकार की तरफ से विद्युत संशोधन विधेयक 2022 से पेश किया गया। इसके बाद इसे विवेचना के लिए स्थायी समिति के पास भेज दिया गया। ...
एसकेएम ने उन दोनों ही संगठनों पर उसके नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उसने उन लोगों के विरूद्ध अनुशानात्मक कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी जो इन दोनों संगठनों के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। ...
एसकेएम ने इस मामले अपने स्पष्टीकरण है कि पंजाब के कुछ किसान संगठनों द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 'संयुक्त समाज मोर्चा' बनाने की घोषणा से मोर्चा का कोई लेना-देना नहीं है। ...
किसान संगठनों की एक बैठक के बाद एसकेएम ने कहा कि अगर उसे गुरुवार दोपहर तक सरकार से औपचारिक सूचना मिलती है, तो यह संभावना है कि आंदोलन को खत्म या अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा। ...
संयुक्त किसान मोर्चा की इस बैठक में यह तय होने वाला है कि आंदोलन समाप्त होगा या फिर आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति बनाई जाएगी। बैठक सुबह 11 बजे से सिंघु बॉर्डर पर होगी। ...
किसान नेता पहले घोषित एजेंडे पर अडिग हैं कि उनका विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी समर्थन नहीं मिल जाता है और कृषि कानूनों को संसद में संवैधानिक तरीके से निरस्त नहीं किया जाता है। ...