SKM ने 'संयुक्त समाज मोर्चा' को लेकर जारी किया स्पष्टीकरण, जानिए क्या कहा
By रुस्तम राणा | Published: December 25, 2021 09:08 PM2021-12-25T21:08:15+5:302021-12-25T21:10:27+5:30
एसकेएम ने इस मामले अपने स्पष्टीकरण है कि पंजाब के कुछ किसान संगठनों द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 'संयुक्त समाज मोर्चा' बनाने की घोषणा से मोर्चा का कोई लेना-देना नहीं है।
पंजाब विधानसभा से चुनाव से पहले राज्य के 22 किसान संगठनों द्वारा राजनैतिक पार्टी संयुक्त समाज मोर्चा के निर्माण को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने स्पष्टीकरण जारी किया है। एसकेएम ने इस मामले अपने स्पष्टीकरण है कि पंजाब के कुछ किसान संगठनों द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 'संयुक्त समाज मोर्चा' बनाने की घोषणा से मोर्चा का कोई लेना-देना नहीं है।
संगठन ने कहा कि एसकेएम किसी भी राजनीतिक दल को अपने बैनर/मंच का इस्तेमाल नहीं करने देने की अपनी नीति पर कायम है। 15 जनवरी को होने वाली आगामी राष्ट्रीय एसकेएम बैठक यह तय करेगी कि चुनाव में भाग लेने वाले किसान संगठन और नेता एसकेएम के भीतर रह सकते हैं या नहीं।
पंजाब के 32 संगठनों के बारे में एसकेएम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में संयुक्त रूप से चुनाव में जाने को लेकर आम सहमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि चुनाव में भाग लेने वाले व्यक्ति या संगठन संयुक्त किसान मोर्चा या 32 संगठनों के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे। ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि शनिवार को पंजाब के 22 अलग-अलग किसान संगठनों ने राजनितिक पार्टी का गठन किया है। इस पार्टी का नाम 'संयुक्त समाज मोर्चा' रखा गया है। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में किसानों की यह पार्टी चुनावी ताल ठोकेगी। पार्टी राज्य की सभी 117 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। बलबीर सिंह राजेवाल पार्टी के मुख्य चेहरा होंगे।
बीते शुक्रवार मुल्लांपुर के गुरशरण कला भवन में 32 किसान जत्थेबंदियों की बैठक हुई थी। बैठक के बाद पांच किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने साफ कर दिया कि 32 किसान यूनियन किसान संघर्ष के लिए एकजुट हैं। वहीं राजनीति करना और चुनाव लड़ना प्रत्येक यूनियन का अधिकार है। इस बारे में सबके अलग-अलग विचार हो सकते हैं। 32 में से 22 किसान संगठनों ने राज्य के विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।