भारतीय संसद का उच्च सदन राज्यसभा को कहते हैं। भारतीय संविधान के मुताबिक राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं। मौजूदा समय में 245 सदस्यों का प्रावधान है। इसमें अधिकांश सदस्यों को जनता अप्रत्यक्ष रूप से चुनती है वहीं 12 सदस्यों को राष्ट्रपति नामित करते हैं। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा के क्षेत्र में हो सकते हैं। राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है। वहीं प्रत्येक दो साल में एक तिहाई सदस्य रिटायर हो जाते हैं। लोकसभा की तरह राज्यसभा कभी भंग नहीं होती। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। राज्यसभा के वर्तमान सभापति वेंकैया नायडू और उपसभापति नवनिर्वाचित हरिवंश हैं। Read More
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि संसद के ऊपरी सदन के 68 वर्ष के कार्यकाल में 39 साल विपक्ष के सदस्यों की संख्या अधिक रही है लेकिन इसका कानून बनाने पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ा। ...
आधुनिक युग में संसद को न केवल विभिन्न और जटिल प्रकार का, बल्कि मात्रा में भी अत्यधिक कार्य करना पड़ता है। संसद के पास इस कार्य को निपटाने के लिए सीमित समय होता है। इसलिए संसद उन सभी विधायी तथा अन्य मामलों पर, जो उसके समक्ष आते हैं, गहराई के सा ...
राज्यसभा के सत्र के दौरान समय के इस्तेमाल पर किए गए विश्लेषण से पता चला कि सदन ने अपने कामकाज का 40.20 प्रतिशत वक्त लोक महत्व के विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श करने में लगाया। ...
लॅाकडाउन) के 27 दिन बाद राज्यसभा सचिवालय में सभी एहतियाती उपाय अपनाते हुये सोमवार से कामकाज शुरू हो गया, हालांकि इस दौरान सिर्फ आवश्यक कार्यों के निष्पादन की ही अनुमति दी गयी है। ...
आयोग ने कोरोना संकट से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा कर मौजूदा परिस्थितियों में चुनाव कराने को गैरजरूरी मानते हुये अगले आदेश तक के लिये निर्वाचन प्रक्रिया को स्थगित रखने का फैसला किया है। ...
लोकसभा एवं राज्यसभा सचिवालय के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के खिलाफ जंग में सहायता के लिये उच्च सदन के 74 सदस्यों ने सौ करोड़ रुपये और निचले सदन के 265 सदस्यों ने 265 करोड़ रुपये सांसद निधि से सहायता राशि दी है। ...
राज्य सभा के लिए चुने गए सदस्य लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के संबंधित प्रावधानों के तहत सदस्यता का कार्यकाल के प्रारंभ होने पर ही सदन में निर्धारित शपथ के साथ सदन में अपना आसन ग्रहण करने के हकदार हैं. ...