भारतीय संसद का उच्च सदन राज्यसभा को कहते हैं। भारतीय संविधान के मुताबिक राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं। मौजूदा समय में 245 सदस्यों का प्रावधान है। इसमें अधिकांश सदस्यों को जनता अप्रत्यक्ष रूप से चुनती है वहीं 12 सदस्यों को राष्ट्रपति नामित करते हैं। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा के क्षेत्र में हो सकते हैं। राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है। वहीं प्रत्येक दो साल में एक तिहाई सदस्य रिटायर हो जाते हैं। लोकसभा की तरह राज्यसभा कभी भंग नहीं होती। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। राज्यसभा के वर्तमान सभापति वेंकैया नायडू और उपसभापति नवनिर्वाचित हरिवंश हैं। Read More
लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण संसद-भवन नहीं संसद-भवन के भीतर होने वाली कार्यवाही है. कौन नहीं जानता कि पिछले कुछ सालों में हमारी संसदीय कार्यवाही में लगातार गिरावट आई है? ...
उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस, कानून-व्यवस्था और भूमि को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंप दिया था। सर्वोच्च न्यायलय के फैसले को निष्प्रभावी बनाने के लिए केंद्र सरकार 19 मई की रात को एक अध्यादेश लेकर आई। ...
कांग्रेस ने कहा है कि जुलाई में शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में दिल्ली में तबादलों और नियुक्तियों पर केंद्र के कार्यकारी आदेश का विरोध करेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने आज शाम संवाददाताओं से बातचीत में ये जानकारी दी। ...
राज्यसभा सांसद मनोज झा को 15 मार्च 2018 में बिहार राज्य से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया था। झा ने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय से सामाजिक कार्य विभाग से मास्टर डिग्री और 2000 में पीएचडी पूरी की है। ...
राज्यसभा सांसद वंदना चव्हाण को राज्यसभा में उनके उत्कृष्ट कार्य और योगदान के लिए यह पुरस्कार मिला है। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सदस्य हैं। ...
गोवा से तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइजिन्हो फलेरियो ने राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। 71 साल के फलेरियो ने मंगलवार को उपरी सदन का इस्तीफा पत्र सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपा। ...