राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है, जिसकी शुरुआत साल 1991 में हुई थी। इस पुरस्कार को भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया है। इस पुरस्कार मे एक पदक, एक प्रशस्ति पत्र और 7.5 लाख रुपये पुरुस्कृत व्यक्ति को दिए जाते है। इसके अलावा इस पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों को रेलवे की मुफ्त पास सुविधा प्रदान की जाती है, राजधानी या शताब्दी गाड़ियों की प्रथम और द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोचों में फ्री यात्रा कर सकते हैं। 1997-98 के लिए सचिन तेंदुलकर, जबकि 2007 के लिए महेंद्र सिंह धोनी को इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। Read More
दीपा मलिक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को हासिल करने वाली दूसरी पैरा एथलीट बन गईं, क्योंकि पैरालंपिक का दोहरा स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झझारिया को 2017 में, इससे सम्मानित किया गया था। ...
दीपा ने रियो पैरालम्पिक-2016 में शॉट पुट (गोला फेंक) में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। गोला फेंक के अलावा दीपा मलिक भाला फेंक और तैराकी जैसे खेल में भी हिस्सा ले चुकी हैं। ...
National Sports Awards 2019: राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खेलों के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड से खिलाड़ियों को आज सम्मानित किया जाएगा ...
बावा ने स्वीकार किया कि वह काफी बड़े खिलाड़ी नहीं थे, लेकिन अपने मूल मंत्रों पर चलते हुए जमीनी स्तर पर सफल कोच बने। इस कोच का हालांकि मानना है कि उन्हें पुरस्कार जल्दी मिल गया। ...
एशिया और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी पहलवान बजरंग पूनिया को शुक्रवार को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान - राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। ...
Bajrang Punia: दो बार के कॉमनवेल्थ गेम्स मेडलिस्ट बजंरग पूनिया को 2019 का राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा, पिछले साल भी की गई थी उनके नाम की सिफारिश ...